UP Board के काउंटडाउन ने बढ़ाईं धड़कनें, चंद घंटों की रह गई दूरी
जिले से सवा लाख परीक्षार्थी हुए शामिल। परिणाम को लेकर बेचैनी 27 अप्रैल को जारी होगा रिजल्ट।
आगरा, जागरण संवाददाता। यूपी बोर्ड रिजल्ट का इंतजार कर रहे परीक्षार्थियों की धड़कनें बढ़ गई हैं। बढ़ें भी क्यों न, शुक्रवार को उनकी परीक्षा का परिणाम जो जारी हो रहा है। परिणाम से पहले सभी की चिंता चरम पर पहुंच गई हैं क्योंकि कोई नहीं जानता कि चंद घंटों बाद आने वाला परिणाम उनके लिए खुशखबरी लेकर लाएगा या मायूसी। चिंता इसलिए भी लाजमी है क्योंकि इस बार नकल पर सख्ती से नकेल कसने के साथ मूल्यांकन में भी शिक्षकों ने ज्यादा उदारता नहीं बरती।
उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद का परीक्षाफल 27 अप्रैल को दोपहर साढ़े 12 बजे जारी होगा। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने गुरुवार को यह घोषणा की। यह खबर सुनने के बाद बोर्ड परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की बेचैनी बढ़ गईं। सभी चाह रहे हैं कि बोर्ड की पहली सीढ़ी अच्छे अंकों के साथ चढ़ें, तो भविष्य की नींव मजबूत हो, क्योंकि हर जगह इसको ही आधार बनाया जाएगा। बता दें कि बोर्ड परीक्षा सात से 28 फरवरी तक चली थीं।
सवा लाख परीक्षार्थियों को इंतजार
माध्यमिक शिक्षा विभाग ने जिले में इस बार 184 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा कराई थी, जिसमें एक लाख 25 हजार 977 परीक्षार्थी शामिल हुए। इनमें 65769 हाईस्कूल संस्थागत व 72 व्यक्तिगत परीक्षार्थी थे। जबकि इंटर में 59801 संस्थागत और 75 व्यक्तिगत परीक्षार्थी पंजीकृत थे।
नकल विहीन रही परीक्षा
रिजल्ट की तिथि घोषित होने के बाद छात्र-छात्रओं की धड़कन बढ़ने का एक कारण नकल विहीन परीक्षा होना भी है। दरअसल नकल विहीन परीक्षा की शुरुआत पिछले सत्र से ही हो गई थी, लेकिन इस बार तो शासन, प्रशासन और विभाग ने ऐसी सख्ती बरती कि नकल की कोई गुंजाइश ही नहीं बची। नतीजा रहा कि करीब 15 से 18 फीसद ने परीक्षा छोड़ दी। जो मन मानकर परीक्षा में शामिल हुए, अब रिजल्ट में क्या आएगा? वह घर पर क्या जवाब देंगे? यह सोच-सोचकर ही उनका बुरा हाल है।
यूपी बोर्ड मारेगा बाजी
यूपी बोर्ड अन्य बोर्ड की तुलना में सबसे पहले परीक्षा परिणाम जारी करने जा रहा है। सीबीएसई की बात करें, तो बोर्ड ने अब तक परीक्षा की तिथि तय नहीं की है। आशंका जरूर है कि मई के अंत तक इसकी घोषणा हो सकती है। वहीं आइसीएसई भी मई के दूसरे हफ्ते में बोर्ड परीक्षाफल घोषित करने की तैयारी में है, हालांकि घोषणा इसकी भी नहीं हुई। इस लिहाजा से देखें, तो यूपी बोर्ड पिछले साल की तरह इस साल भी रिजल्ट सबसे पहले जारी करने खिताब फिर अपने नाम करने जा रहा है।
दोनों रिजल्ट साथ होंगे जारी
यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल और इंटर के रिजल्ट एक साथ जारी करने की योजना बनाई है, जैसा कि वह हर साल करता है। हालांकि सीबीएसई और आइसीएसई ने अब तक इस मामले में किसी तरह की घोषणा नहीं की है, इस तरह बोर्ड बच्चों को बड़ी राहत देने जा रहा है।
घबराएं नहीं, बेहतर रहेगा रिजल्ट
रिजल्ट की तिथि और समय तय होने पर चिंता होना स्वभाविक है, लेकिन इसे प्रतिस्पर्धा के तौर पर लें। बच्चे इसकी टेंशन खुद पर हावी न होने दें। अभिभावक भी रिजल्ट का इंतजार कर रहे बच्चों से संवाद कायम रखें और उन पर अपनी अपेक्षाओं का बोझ कतई न डालें। उन्हें बेहतर करने के लिए प्रेरित करें और समझाएं, कि यह सिर्फ एक परीक्षा है। सफलता मिले या असफलता, इसके आगे और भी कई मुकाम हैं।