CoronaVirus: डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को बाद में लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन

फेज टू का ट्रायल 750 वॉलेंटियर्स पर किया जाएगा। पहले चरण में कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रायल में शामिल नहीं किया जाएगा।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Thu, 13 Aug 2020 07:54 PM (IST) Updated:Thu, 13 Aug 2020 07:54 PM (IST)
CoronaVirus: डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को बाद में लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन
CoronaVirus: डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को बाद में लगाई जाएगी कोरोना वैक्सीन

आगरा, जागरण संवाददाता। एसएन मेडिकल कॉलेज में कोरोना की रोकथाम को विकसित की गई वैक्सीन (कोवैक्सीन) का फेज टू का ट्रायल होगा। पहले चरण में डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रायल में शामिल नहीं किया जाएगा। ट्रायल के लिए 10 वॉलेंटियर्स का पंजीकरण कर लिया गया है।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉयरलॉजी (एनआइवी) के साथ मिलकर हैदराबाद की भारत बायोटेक कंपनी ने कोवैक्सीन तैयार की है। इसका फेज वन और टू का एसएन में ट्रायल होना था। मगर, फेज वन का ट्रायल शुरू नहीं हो सका, ऐसे में अब फेज टू का ट्रायल होगा। इसमें 750 स्वस्थ लोग लिए जाएंगे। प्रिंसिपल इनवेस्टिगेटर, मेडिसिन विभाग के विभाध्यक्ष डॉ बलवीर सिंह ने बताया कि फेज टू का ट्रायल 750 वॉलेंटियर्स पर किया जाएगा। पहले चरण में कोरोना के मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों को ट्रायल में शामिल नहीं किया जाएगा। ट्रायल के लिए 10 वॉलेंटियर्स ने पंजीकरण करा लिया है।

ये लोग ट्रायल में हो सकते हैं शामिल

18 से 50 साल के लोग, जिन्हें कोई बीमारी नहीं है

कोरोना पॉजिटिव नहीं हुए हैं

वैक्सीन संबंधी जानकारी के लिए संपर्क कर सकते हैं - 9412722223 

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