आगरा में चांदी कारोबारी से लूट का मामला, अब वाणिज्य कर अधिकारियों की गिरफ्तारी की बारी

लखनऊ एक्सप्रेस वे से वाणिज्‍य कर कार्यालय ले जाकर लूटे थे मथुरा के चांदी व्‍यापारी से रुपये। लाेहामंडी थाने में दर्ज हुआ था मुकदमा सीओ सदर कर रहे विवेचना। गिरफ्तारी को शासन की अनुमति लेने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। पुलिस आरोपित अधिकारियों की तलाश में लगी है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Tue, 18 May 2021 09:23 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 09:23 AM (IST)
आगरा में चांदी कारोबारी से लूट का मामला, अब वाणिज्य कर अधिकारियों की गिरफ्तारी की बारी
चांदी कारोबारी से 43 लाख रुपये लूट के मामले में गिरफ्तार आरोपित सिपाही संजीव।

आगरा, जागरण संवाददाता। मथुरा के चांदी कारोबारी से 43 लाख रुपये लूट के मामले में आरोपित सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अब वाणिज्यकर विभाग के अधिकारियों की बारी है। उनकी गिरफ्तारी को शासन की अनुमति लेने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो गई है। पुलिस आरोपित अधिकारियों की तलाश में लगी है।

मथुरा के गोविंद नगर क्षेत्र के रहने वाले चांदी कारोबारी प्रदीप अग्रवाल 30 अप्रैल को अपने चालक के साथ गाड़ी से बिहार के कटिहार से लौट रहे थे। उनकी गाड़ी में एक थैले में चांदी के जेवरात की बिक्री के 43 लाख रुपये रखे थे। लखनऊ एक्सप्रेस वे के फतेहाबाद टोल प्लाजा पर मिले वाणिज्यकर के अधिकारियों ने चेकिंग के नाम पर उन्हें रोका। इसके बाद कार्यालय लाकर 43 लाख रुपये लूट लिए थे। इस मामले में कारोबारी ने लोहामंडी थाने में अमानत में खयानत और धमकी देने की धारा में मुकदमा दर्ज करा दिया। विभागीय जांच रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस ने मुकदमे में असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्यकर अजय कुमार, वाणिज्यकर अधिकारी शैलेंद्र कुमार, सिपाही संजीव कुमार और प्राइवेट गाड़ी चालक दिनेश कुमार का नाम मुकदमे में खोल दिए। अब विवेचना सीओ सदर राजीव कुमार कर रहे हैं। पुलिस ने लखनऊ एक्सप्रेस वे के फतेहाबाद टोल प्लाजा के सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले लिए। इसमें सिपाही संजीव कुमार कारोबारी की गाड़ी को रोकता दिख रहा है। मुकदमा दर्ज होने के बाद से सभी आरोपित भूमिगत हो गए थे। सोमवार को पुलिस ने सिपाही संजीव कुमार को गिरफ्तार कर लिया। उससे कई घंटे तक पूछताछ की गई। मगर, वह घटना सें अंजान बनता रहा। पुलिस अब मुकदमे में आरोपित असिस्टेंट कमिश्नर व अन्य की तलाश कर रही है। जल्द ही इनकी भी गिरफ्तारी हो सकती है।

chat bot
आपका साथी