Tundla By Poll: टूंडला में विपक्षियों पर आज बरसेंगे मुख्यमंत्री योगी, ये सीट बन गई प्रतिष्ठा का प्रश्न
टूंडला विस उपचुनाव में पहली जनसभा दोपहर तीन बजे से। बीरी सिंह कॉलेज के मैदान पर होगी सभा। कोरोना वायरस की गाइडलाइन का पालन कराने की है तैयारियां पुलिस तैनात। टूंडला से लौटते में आगरा आएंगे सीएम योगी आदित्यनाथ।
आगरा, डा. राहुल सिंघई। टूंडला विधानसभा सीट पर उपचुनाव पर सियासत उफान पर पहुंच गई है। भाजपा ने सीट पर कब्जा बरकरार रखने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। ठाकुर बीरी सिंह कालेज मैदान में दोपहर तीन बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का हेलीकॉप्टर उतरेगा। इसके बाद वे कोरोना काल में पहली जनसभा को संबोधित करेंगे। प्रदेश के बुलंदशहर और अमरोहा के नौगांव सादात में रैली के बाद मुख्यमंत्री टूंडला दोपहर 3 बजे टूंडला पहुंचेंगे।
टूंडला आरक्षित विस सीट पर भाजपा पहली और आखिरी बार 1996 में चार हजार वोट से जीती थी। शिव सिंह चक विधायक बने थे। उसके बाद हर चुनाव में भाजपा को शिकस्त झेलना पड़ी। 2017 से पहले बघेल और धनगर आरक्षित वर्ग में आ गए और पार्टी ने पूर्व सांसद व पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रो. एसपी सिंह बघेल को चुनाव में उतारा। उन्होंने धमाकेदार जीत हासिल की। टूंडला में पहली बार हो रहे उपचुनाव भाजपा की साख दांव पर लगी है। सीट पर कब्जा बरकरार रखने के लिए योगी आदित्यनाथ की जनसभा रखी है। उनके साथ प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह भी आ रहे हैं। वापसी के समय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगरा के खेरिया एयरपोर्ट पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे।
भाजपा स्टार प्रचारकों के दनादन दौरे
- 23 सितंबर को उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने पार्टी के मंडल अध्यक्षों के साथ बैठक की। कई योजनाओं का शिलान्यास किया।
- 24 सितंबर को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने टूंडला में पदाधिकारियों के साथ बैठक कर योजनाओं का शिलान्यास किया।
- 29 सितंबर को विस उपचुनाव की अधिसूचना जारी हुई।
- 04 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टूंडला के भाजपा पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक की।
- 14 अक्टूबर को प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी पदाधिकारियों और सामाजिक लोगों से संवाद किया।
- 21 अक्टूबर को डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और सुनील बंसल बुधवार को आए।
- 29 अक्टूबर को डिप्टी सीएम केशव मौर्य की जनसभा होगी।
भाजपा ने हासिल की थी सबसे बड़ी जीत
2017 में हुए चुनाव में टूंडला विस में 21 साल बाद भाजपा की धमाकेदार वापसी हुई थी। प्रो एसपी सिंह बघेल ने 64 हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की। भारी भरकम जीत पर उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। इसके बाद उनका जातिप्रमाण पत्र विवादों के घेरे में आया और हाईकोर्ट में याचिका दायर हुई। भाजपा ने 2019 के लोस चुनाव में उन्हें आगरा सीट से उतारा और वे सांसद बन गए। प्रो बघेल के इस्तीफे के बाद सीट खाली हो गई, लेकिन अक्टूबर 2019 में हाईकोर्ट में दायर याचिका के चलते उपचुनाव नहीं हो पाया। सीट को बचाने के लिए भाजपा पूरी ताकत झोंक रही है।
धनगर बनाम धनगर
भाजपा ने वोटों के गणित को समझते हुए उपचुनाव में धनगर (बघेल) को मैदान में उतारा है। दरअसल सपा ने आगरा के महाराज सिंह धनगर को प्रत्याशी बनाया है। इससे पहले प्रो. एसपी सिंह बघेल इस सीट से जीते थे। उन्होंने अपनी बेटी के लिए टिकट मांगी, मगर टिकट नहीं दी गई। इसके बाद भाजपा ने धनगर कार्ड खेलते हुए एटा के प्रेमपाल धनगर को प्रत्याशी बनाया है। वहीं बसपा ने संजीव चक को मैदान में उतारा है तो कांग्रेस की स्नेहलता बबली का नामांकन खारिज हो गया है।