परीक्षाफल घोषित होने के 25 दिन बाद तक ही होगा चुनौती मूल्यांकन

प्रायोगिक परीक्षा के आनलाइन दर्ज किए जाएंगे अंक विश्वविद्यालय परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया निर्णय कोर्ट संबंधी 50 प्रकरणों का किया गया निस्तारण

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 09:03 PM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 09:03 PM (IST)
परीक्षाफल घोषित होने के 25 दिन बाद तक ही होगा चुनौती मूल्यांकन
परीक्षाफल घोषित होने के 25 दिन बाद तक ही होगा चुनौती मूल्यांकन

आगरा, जागरण संवाददाता । डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (विवि) ने चुनौती मूल्यांकन की समयावधि कम कर दी है। 45 दिन की जगह अब परीक्षाफल घोषित होने के 25 दिन तक ही चुनौती मूल्यांकन करा सकेंगे। इसे लेकर बुधवार को विवि के पालीवाल पार्क में हुई परीक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया गया।

विवि ने परीक्षाफल में गड़बड़ी की शिकायतें आने के बाद चुनौती मूल्यांकन का विकल्प शुरू किया था। छात्रा परीक्षाफल घोषित होने के 45 दिन तक संबंधित विषय की उत्तर पुस्तिका के प्राप्तांकों की जांच के लिए चुनौती मूल्यांकन करा सकते थे। परीक्षा समिति की बैठक में अब 25 दिन तक ही चुनौती मूल्यांकन कराने पर निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही समिति ने प्रयोगात्मक और मौखिक परीक्षा के अंकों को आनलाइन दर्ज करने पर मुहर लगा दी। अब विवि ऐसी व्यवस्था बनाएगा, जिसमें परीक्षक प्रयोगात्मक और मौखिक परीक्षा लेने के बाद अंक आनलाइन दर्ज कर सकेंगे।

उधर, पिछली परीक्षा समिति की बैठक में छात्रों की विभिन्न समस्याओं से संबंधित प्रकरणों का समाधान करने और कोर्ट में छात्रों से जुड़े मामलों पर फैसला लेने के लिए उप समिति गठित की गई थी। समिति में प्रो. सुगम आनंद, प्रो. एसपी सिंह, डा. यशपाल सिंह और सहायक कुलसचिव पवन कुमार सदस्य हैं। समिति ने उन मामलों में अपनी रिपोर्ट दी, जिन पर विवि को कोर्ट में जवाब देना था। छात्र समस्याओं, कोर्ट से जुड़े मामलों के लगभग 50 प्रकरण थे। कार्यवाहक कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय, कुलसचिव संजीव कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक अजय कृष्ण यादव, प्रो. मीनाक्षी श्रीवास्तव, प्रो. अजय तनेजा, प्रो. दीपमाला श्रीवास्तव, औटा अध्यक्ष डा. ओमवीर सिंह, महामंत्री डा. भूपेंद्र चिकारा आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी