Tajmahal: केस कम होते ही भूल गए सावधानी, न शारीरिक दूरी का पालन न लगा रहे मास्क
कोरोना वायरस के संक्रमण काल में खुले ताजमहल में लागू की गई थी गाइडलाइन। ताजमहल में न शारीरिक दूरी का पालन और न मास्क का। इनबाउंड टूरिज्म से जुड़े लोगों को सताने लगी है चिंता। केवल आनलाइन टिकट बुकिंग की है व्यवस्था।
आगरा, जागरण संवाददाता। देश में कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले कम होते ही लाेगों ने सावधानी को भुला दिया है। ताजमहल पर न तो शारीरिक दूरी का पालन होता नजर आ रहा है न पर्यटक मास्क लगा रहे हैं। इससे इनबाउंड टूरिज्म से जुड़े लोगों को चिंता सताने लगी है।
कोरोना वायरस के संक्रमण काल में पिछले वर्ष ताजमहल 17 मार्च से 20 सितंबर तक 188 दिन और इस वर्ष 16 अप्रैल से 15 जून तक 61 दिन बंद रहा था। ताजमहल जब खुला था, तब गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार स्मारक पर शारीरिक दूरी के पालन, मास्क लगाने, सैनिटाइजेशन और आनलाइन टिकट व्यवस्था को अनिवार्य किया गया था। इनमें से केवल आनलाइन टिकट व्यवस्था का ही वर्तमान में पालन हो रहा है। पर्यटन सीजन में ताजमहल पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है और पूर्वी व पश्चिमी गेट पर प्रवेश को लंबी-लंबी लाइन लग रही हैं। शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। स्मारक में बिना मास्क लगाए पर्यटक घूमते रहते हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) का इस पर कोई ध्यान नहीं है। इस नजारे ने इनबाउंड टूरिज्म से जुड़े टूर आपरेटर्स, गाइडों को परेशानी में डाल दिया है। गाइड योगेश शर्मा ने बताया कि वो विदेशी टूर आपरेटर के साथ ताजमहल गए थे। वहां की स्थिति को देखकर उसने कहा कि इस स्थिति में वो किसी पर्यटक को यहां आने के लिए नहीं कहेगा। यह चिंताजनक स्थिति है। पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों को चाहिए कि वो किसी स्मारक में अगर पर्यटक को बिना मास्क लगाए देखें तो उसे मास्क लगाने को जागरूक करें।
उमड़ रहे हैं पर्यटक
आगरा में पर्यटन सीजन की शुरुआत अक्टूबर से होती है, जो मार्च तक चलता है। इन दिनों ताजमहल पर पर्यटकों की भीड़ उमड़ रही है। गुरुवार को 14 हजार से अधिक और शनिवार को 17 हजार से अधिक पर्यटक ताजमहल पहुंचे थे। इससे पूर्व अक्टूबर में दो बार पर्यटकों का आंकड़ा 30 हजार को पार कर चुका है।