Ambedkar University Agra: आगरा में अनुदानित महाविद्यालयों के शिक्षकों की लंबित प्रोन्नति का रास्ता साफ
Ambedkar University Agra करियर एडवांसमेंट स्कीम के अंतर्गत होने वाली लंबित प्रोन्नति के मामलों का जल्द निस्तारण होगा। शासन के निर्देश पर कुलपति द्वार नामित एक सदस्य होंगे चयन समिति में शामिल। मृतक आश्रित मामलों का भी होगा निस्तारण कार्य परिषद बैठक ने दी हरी झंडी।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के अनुदानित महाविद्यालयों के स्थाई शिक्षकों के लिए अच्छी खबर है। करियर एडवांसमेंट स्कीम के अंतर्गत होने वाली लंबित प्रोन्नति के मामलों का जल्द निस्तारण होगा। शासन से निर्देश मिलने के बाद विश्वविद्यालय कार्य परिषद ने इसके निस्तारण में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
शुक्रवार को विश्वविद्यालय के खंदारी कैंपस स्थित अतिथि गृह में कार्य परिषद की आकस्मिक बैठक संपन्न हुई, अध्यक्षता विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. अशोक मित्तल ने की। इसमें चर्चा हुई कि करियर एडवांसमेंट स्कीम के अंतर्गत संबद्ध अनुदानित महाविद्यालयों में पढ़ा रहे स्थाई शिक्षकों की प्रोन्नतियां प्रबंध-तंत्र के विवाद के कारण लंबित हैं। जबकि कई शिक्षक सेवानिवृत्त होने वाले हैं। प्रोन्नति करने वाली चयन समिति में प्रबंध-तंत्र द्वारा नामित एक सदस्य भी होता है। मामले पर विश्वविद्यालय ने शासन से निर्देश मांगा था, अपर प्रमुख सचिव मोनिका एस गर्ग ने ऐसे मामलों में विश्वविद्यालय कुलपति द्वारा नामित एक प्रतिनिधि चयन समिति में शामिल करने के निर्देश दिए थे। कार्यपरिषद ने निर्णय लिया है कि यह प्रतिनिधि प्राचार्य या वरिष्ठ आचार्य श्रेणी के कार्य परिषद सदस्य होंगे।
समीक्षा करेगी कमेटी
कार्य परिषद ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में विश्वविद्यालय के अधिवक्ता एड. एमएन सिंह को अपने पैनल से हटाने का निर्णय लिया है। वहीं कुलपति ने विधि विभाग में पिछले तीन सालों में हुए कार्यों की समीक्षा के लिए एक जांच समिति का गठित की है, जिसमें सेवानिवृत्त जज सुरेश मोहन, प्रो संजय चौधरी और प्रो मनोज श्रीवास्तव सदस्य होंगे।
मृतक आश्रित नियुक्तियों का होगा निस्तारण
लंबित मृतक आश्रित नियुक्ति का मामला भी बैठक में रखा गया, इसके नौ आवेदन लंबित हैं। कार्यपरिषद ने इन मामलों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए। बैठक में प्रभारी कुलसचिव प्रो. पीके सिंह, प्रभारी परीक्षा नियंत्रक प्रो. उमेशचंद शर्मा, वित्ताधिकारी एके सिंह, प्रो. अनिल वर्मा, प्रो. रामशंकर कठेरिया, डा. हेमप्रकाश आदि आफलाइन, जबकि प्रो. अजय तनेजा, प्रो. संजय चौधरी, डा. जैसवार गौतम, डा. देवेंद्र कुमार आदि आनलाइन शामिल हुए।