Attempt to Suicide Case: जूता कारीगर को बंधक बनाने वाले साहूकार भाइयों पर मुकदमा
Attempt to Suicide Case शाहगंज में साहूकार की पिटाई से क्षुब्ध कारीगर ने परिवार समेत किया था खुदकुशी का प्रयास। दीपक की सास ने तीन लोगों को किया नामजद। पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी लेकिन वह हाथ नहीं आए।
आगरा, जागरण संवाददाता। शाहगंज के ग्यासपुरा में जूता कारीगर को किस्त नहीं देने पर बंधक बनाकर मारपीट करने के मामले में साहूकारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। परिवार समेत खुदकुशी की कोशिश करने वाले कारीगर की सास ने तीन लोगों काे नामजद किया है। पुलिस ने आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी लेकिन वह हाथ नहीं आए ।
ग्यासपुरा निवासी दीपक कुमार (32 वर्ष) पुत्र अचल सिंह जूता कारीगर है । दीपक ने एक साल पहले ग्यासपुरा निवासी ब्याज का काम करने वाले मुकेश सागर से 1.15 लाख रुपये दस फीसद महीने की ब्याज पर लिए थे । इस रकम से घर पर जूते का काम डाला था । लॉकडाउन में काम बंद होने से ब्याज नहीं दे सका । मुकेश सागर द्वारा धमकी देने पर उनकी रकम चुकाने के लिए दीपक ने अपने मकान का सौदा कर दिया था ।इससे पेशगी में मिले डेढ़ लाख रुपये लेकर हिसाब चुकता करने 23 सितंबर की शाम को गया था ।
वहां मुकेश, सुनील और सुशील सागर ने दीपक और उसकी पत्नी अनुराधा को बंधक बना लिया था । मारपीट करके चेक और सादे स्टांप पर हस्ताक्षर करा लिए । आरोपितों ने अक्टूबर में तीन लाख रुपये ब्याज समेत न चुकाने पर पत्नी और बेटी के अपहरण की धमकी दी थी । इससे दहशत में आए दीपक ने पत्नी अनुराधा और दोनों बेटियों के साथ शनिवार की रात को कोल्ड ड्रिंक में विषाक्त पदार्थ मिलाने के बाद पीकर खुदकुशी का प्रयास किया था । दीपक ने खुदकुशी से पहले अपना वीडियो बनाकर रिश्तेदारों के मोबाइल पर भेजा था । रविवार को एसएन इमरजेंसी में भर्ती कराए गए दंपती और दोनों बेटियां की हालत अब खतरे से बाहर है । दीपक की सास बेबी ने शाहगंज थाने में साहूकार मुकेश सागर, सुनील सागर और सुशील सागर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है । सीओ लोहामंडी रितेश कुमार ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है ।
स्वजन का पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप
दीपक के स्वजन का आरोप है कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद भी पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है ।उनकी गिरफ्तारी के प्रयास नहीं कर रही है । वह समय रहते कार्रवाई करती तो आरोपित उसकी गिरफ्त में होते ।