Ration Distribution in Agra: आगरा में विक्रेताओं की मनमानी, उपभोक्ताओं को राशन की परेशानी

Ration Distribution in Agra दुकानें नहीं खुलने पर कार्ड धारकों ने किया विरोध प्रदर्शन। सुबह से आवास विकास ताजगंज लोहामंडी खंदारी क्षेत्र की दर्जनों दुकानें दोपहर 12 बजे तक बंद थीं। दर्जनों विक्रेता मनमाने समय पर दुकानें खोलते हैं।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 02:54 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 02:54 PM (IST)
Ration Distribution in Agra: आगरा में विक्रेताओं की मनमानी, उपभोक्ताओं को राशन की परेशानी
राशन की दुकानें नहीं खुलने पर कार्ड धारकों ने किया विरोध प्रदर्शन

आगरा, जागरण संवाददाता। सरकार महीने में दो बार कार्ड धारकों को निश्शुल्क राशन उपलब्ध करा रही है, लेकिन राशन विक्रेताओं की मनमानी से आम उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है। 21 जुलाई से राशन वितरण हो रहा है, लेकिन दर्जनों विक्रेता मनमाने समय पर दुकानें खोलते हैं। कुछ विक्रेता वितरण दिनों में से आधे दिन भी दुकान नहीं खोलते हैं। कुछ के द्वारा घटतौली भी जमकर की जा रही है। रामनगर, ट्रांसयमुना, लोहामंडी क्षेत्र में दुकान बंद मिलने पर कार्ड धारकों का धैर्य जवाब दे गया। उन्होंने मंगलवार को धरना प्रदर्शन किया और आपूर्ति विभाग में भी शिकायत दर्ज कराई। वहीं बुधवार सुबह से भी आवास विकास, ताजगंज, लोहामंडी, खंदारी क्षेत्र की दर्जनों दुकानें दोपहर 12 बजे तक बंद थीं।

रामनगर क्षेत्र स्थित दुकान पर मंगलवार दोपहर 12 बजे दर्जनभर कार्ड धारक खड़े थे, लेकिन विक्रेता का कोई पता नहीं था। सभी का कहना था कि सप्ताहभर से चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन दुकान खुली नहीं मिलती है। कार्ड धारकों ने क्षेत्रीय पार्षद संजय राय को विक्रेता की मनमानी के बारे में बताया, उन्होंने आपूर्ति विभाग में विक्रेता की शिकायत की है। ट्रांसयमुना में कार्ड धारक राजेश्वरी ने बताया कि विक्रेता राशन देने में हर महीने गड़बड़ी करते है। महीने में दो की जगह एक बार ही राशन मिल पा रहा है। कार्ड धारक विकास ने बताया कि सोमवार को सुबह 10 बजे और शाम चार बजे दुकान खुली नहीं मिली। दूसरे दिन भी ऐसा ही हाल है। लोहामंडी निवासी राजू ने बताया कि तीन दिन से दुकान नहीं खुली है। जून में भी महीने में एक बार ही राशन दिया था। जिला आपूर्ति अधिकारी उमेशचंद्र मिश्रा ने बताया कि एक,दो विक्रेताओं की शिकायत मिली है। एआरओ से रिपोर्ट मांगी गई है। गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।

विक्रेता अकसर मनमानी करते हैं। दुकान समय पर नहीं खोली जाती है। अभी तक राशन नहीं मिला है।

मुस्कान, काले का ताल

सप्ताहभर से राशन के लिए चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन दुकान खुली नहीं मिलती है। अकसर विक्रेता दुकान खोलने में मनमानी करते हैं।

सविता, बाग फरजाना

चार महीने से राशन नहीं मिला है। पोर्टेबिल्टी की सुविधा लागू है, लेकिन विक्रेता बैरंग कर देता है।

नजमा, मदिया कटरा

विक्रेता द्वारा घटतौली की जाती है। अधिकतर कार्ड धारकों को एक किलो राशन कम दिया जाता है। विरोध करने पर कोई सुनवाई नहीं होती है।

गुड्डू, काले का ताल 

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