आगरा में नाइट कर्फ्यू के दौरान व्यापारी के हत्यारों की कार दौड़ती रही शहर की सड़कों पर, न रोका और न टोका

नाइट कर्फ्यू में भागे हत्यारों का रूट जानने के लिए पुलिस ने खंगाली सीसीटीवी कैमरों की फुटेज। सोमवार की रात को अपार्टमेंट जाकर आढ़ती की हत्या करके लूटे थे लाखों के नकदी-जेवरात। बिना नंबर की थी कार। पुलिस की रात में सक्रियता पर उठे सवाल।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 11:04 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 11:04 AM (IST)
आगरा में नाइट कर्फ्यू के दौरान व्यापारी के हत्यारों की कार दौड़ती रही शहर की सड़कों पर, न रोका और न टोका
आगरा में मृतक व्‍यापारी की बहन एवं भाजपा नेता प्रमोद गुप्‍ता।

आगरा, जागरण संवाददाता। छत्ता के फ्रीगंज में अपार्टमेंट में व्यापारी की हत्या करके लाखों के नकदी-जेवरात लूटने के बाद हत्यारे शहर की सडकों की सड़कों पर बिना नंबर की कार से कई घ्रंटे तक घूमते रहे थे। पुलिस बदमाशों का रूट जानने के लिए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। हत्यारोपित व्यापारी को पहले से जानते थे। एक हत्यारे ने अपने मोबाइल से व्यापारी से अपार्टमेंट में आने के बाद बात की थी। पुलिस व्यापारी के मोबाइल की काल डिटेल भी चेक कर रही है। पुलिस को उम्मीद है कि वह जल्द ही हत्यारों तक पहुंच जाएगी।

ये था मामला

हरीपर्वत थाना क्षेत्र में घास की मंडी स्थित रामादेवी मार्केट में भूतल पर 30 दुकाने हैं। मार्केट के प्रथम और दूसरे तल पर तिरंगा अपार्टमेंट है। इसमें 26 फ़्लैट बने हुए हैं। अपार्टमेंट के प्रथम तल पर फ्लैट संख्या दस में किशन गोपाल (67 वर्ष) अकेले रहते थे। उनका आढत का थोक का काम है। किशन अग्रवाल की बहन अलका अग्रवाल भाजपा की महिला कार्यकर्ता हैं। बोदला निवासी अलका अग्रवाल की संजय प्लेस में फोटो स्टेट व स्टेशनरी की दुकान है। अपार्टमेंट के 80 वर्षीय चौकीदार श्रीराम से किशन गोपाल ने मंगलवार की सुबह दस बजे तक रोज की तरह दूध और फल मंगाने के लिए आवाज नहीं दी। इस पर चौकीदार उनके फ्लैट पर पहुंचा। मुख्य दरवाजा खुला हुआ था, अंदर वाले कमरे के दरवाजे की कुंडी बाहर से लगी हुई थी।

चौकीदार श्रीराम ने कुंडी खोली तो होश उड़ गए। कमरे में फर्श पर किशन गोपाल का शव पड़ा हुआ था। उनके दोनों पैर चादर से बंधे और चेहरे पर गमछा पड़ा हुआ था। कमरे में रखी तिजोरी और अलमारी खुली पड़़ी थीं। उन्हें चाबियों से खोला गया था, उसमें रखा सारा सामान गायब था। चौकीदार के शोर मचाने पर अपार्टमेंट के लोगों ने पुलिस को हत्या और लूट की जानकारी दी। आइजी रेंज नवीन अरोड़ा और एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद मौके पर पहुंच गए।

रात 11 बजे से आधी रात दो बजे तक फ्लैट में रही थी हत्यारोपित महिला और उसके साथी

कीदार श्रीराम ने अधिकारियों को बताया कि सोमवार की रात को दस बजे से नाइट कर्फ्यू लागू होने के चलते अपार्टमेंट का मुख्य गेट रात सवा दस बजे बंद कर दिया गया था।रात करीब 11 बजे सफेद रंग की बिना नंबर की कार से एक महिला और तीन युवक अपार्टमेंट पर पहुंचे। इनमें एक युवक ने किशन गोपाल को अपना फूफा बताते हुए उनके पास जाने की कहा। कार में नंबर नहीं होने के चलते उसने प्रथम तल पर फ्लैट में रहने वाले कृष्णा को इस बारे में बताया। किशन गोपाल से जानकारी करने पर उन्होंने कार सवारों को अपना रिश्तेदार बताया। इसके बाद महिला और तीनों युवक कार को अंदर खड़ी करके फ्लैट पर चले गए।

चोरी से चाबी लेकर अपार्टमेंट के बाहर जाना चाहते थे हत्यारे

चौकीदार ने बताया कि सोमवार की आधी रात करीब दो बजे वह अपार्टमेंट के मुख्य गेट के पास अपनी पलंग डालकर सो रहा था।इसी दौरान महिला सिरहाने रखी चाबी बिना बताए निकालने लगी तो उसकी आंख खुल गई। अाधी रात को उसके इस तरह जाने का कारण पूछने पर महिला ने बताया कि अस्पताल में भर्ती उसके दाऊजी खत्म हो गए हैं। इसलिए इमरजेंसी में जाना पड़ रहा है। इसके बाद वह अपार्टमेंट का मुख्य गेट खुलवाने के बाद कार सवार वहां से चले गए। मंगलवार को हत्या की जानकारी होने पर परिवार के लोग भी वहां पहुंच गए। परिवार के लोगों का कहना था कि हत्यारे लाखों के नकदी-जेवरात लूटकर ले गए हैं।

व्यापारी की हत्या करने वालों का सुराग हासिल करने का प्रयास किया जा रहा है। बिना नंबर की कार से आरोपित शहर के किन रास्तों से होकर भागे थे। इसके लिए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की जा रही है।

बोत्रे रोहन प्रमोद, एसपी सिटी अागरा

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