Agra UPSC 2020 Topper List: यूपीएससी में चमके आगरा के होनहार, अंकिता जैन के साथ कल्‍पेश और विवेक पंकज ने मारी बाजी

Agra UPSC 2020 Topper List यूपीएससी ने जारी किया सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 का परिणाम। सफलता पाने वाले होनहारों में अंकिता कल्पेश विवेक और धर्मेंद्र शामिल। फतेहपुरसीकरी के दुराला गांव निवासी कल्पेश शर्मा की यूपीएससी में 73 रैंक आई है। कल्पेश का यूपीएससी में यह तीसरा प्रयास था।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 09:39 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 09:39 AM (IST)
Agra UPSC 2020 Topper List: यूपीएससी में चमके आगरा के होनहार, अंकिता जैन के साथ कल्‍पेश और विवेक पंकज ने मारी बाजी
आगरा की अंकिता जैन, कल्‍पेश शर्मा और विवेक पंकज, यूपीएससी में चयनित हुए हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2020 का परिणाम जारी कर दिया है। इसमें डिफेंस एस्टेट निवासी अंकिता जैन ने देशभर में तीसरी रैंक प्राप्त कर शहर का नाम रोशन कर दिया। उनकी सफलता से घर और ससुराल में जश्न का माहौल है। अंकिता जैन का पिछले साल आडिट एंड एकाउंट सर्विसेज में चयन हुआ था, वह वर्तमान में मुंबई में तैनात है। मूल रूप से दिल्ली निवासी अंकिता दिल्ली टेक्नीकल विश्वविद्यालय से कंप्यूटर साइंस में बीटेक हैं। वह ग्वालियर रोड स्थित ईश्वर नर्सिंग होम के संचालक डाक्टर दंपती डा. राकेश त्यागी और डा. सविता त्यागी की पुत्रवधु हैं।

तीसरे प्रयास में मिली तीसरी रैंक

डा. राकेश त्यागी ने बताया कि पुत्रवधु अंकिता ने यूपीएससी में तीसरी रैंक पाई है, यह यूपीएससी में उनका तीसरा प्रयास था। देशभर में तीसरी रैंक मिलने से पूरे परिवार को उन पर गर्व है। इसी वर्ष सात जुलाई को बेटे अभिनव त्यागी की शादी दिल्ली निवासी अंकिता जैन से हुई थी। अभिनव महाराष्ट्र कैडर के आइपीएस हैं, उनकी वर्तमान तैनाती मुंबई में एसीपी पद पर है।

कल्पेश शर्मा की 73 रैंक

फतेहपुरसीकरी के दुराला गांव निवासी कल्पेश शर्मा की यूपीएससी में 73 रैंक आई है। कल्पेश का यूपीएससी में यह तीसरा प्रयास था। वह वर्तमान में रक्षा मंत्रालय में सहायक अनुभाग अधिकारी के पद पर दिल्ली में तैनात हैं। वह बताते हैं कि उन्होंने कोचिंग के साथ सेल्फ स्टडी भी की। यू-ट्यूब को फोलो नहीं किया क्योंकि सूचनाएं अधिकाधिक हैं, आनलाइन प्लेटफार्म भी बहुत हैं। लेकिन क्या सही है और क्या नहीं, सिलेबस को ध्यान में रखकर जरूरत के हिसाब से खुद रणनीति बनाकर तय किया।बेसिक क्लीयर किए।बेसिक इश्यू पर ज्यादा ध्यान दिया क्योंकि यूपीएससी में उसी पर फोकस रहता है। साथ में आत्मविश्वास से लगे रहे।सफलता का हल कोई साक्षी होता है लेकिन असफलता और स्ट्रगल को कोई नहीं जानता, इसलिए चयन होने तक प्रयास करते रहें। उनका चयन उप्र लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की सहायक सेवायोजन अधिकारी व राजस्थान लोक सेवा आयोग में तसीलदार पद पर भी हुआ था।लेकिन उनका सपना यूपीएससी था। इनकी माध्यमिक शिक्षा राजस्थान के जालौर स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय से हुई, जबकि एनआइटी जयपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। दो वर्ष एक निजी कंपनी में आरएंडडी विभाग में काम किया। दिल्ली से सिविल सर्विस की तैयारी की। पिता ओमप्रकाश शर्मा सेवानिवृत हैं और मां इंद्रा शर्मा राजस्थान के जालौर में शिक्षक हैं।

विवेक पंकज की 463 रैंक

अवधपुरी निवासी विवेक पंकज की यूपीएससी में 463 रैंक आई है। अवधपुरी निवासी पंकज मुकेश और अनीता के बेटे विवेक ने दूसरे प्रयास में देश के इस सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा में सफलता प्राप्त की। उन्होंने सिंबोजिया से 10वीं और दीक्षालय से 12वीं और जेईई की तैयारी की। आइआइटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग करके उन्होंने दूसरे प्रयास में 463 रैंक पाई। पंकज का कहना है कि आइआइटी के सफर में लक्ष्य-30 और दीक्षालय की भूमिका अहम थी। आइआइटी के बाद उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। पहले प्रयास में मैंस तक पहुंचा। लेकिन पूरी यात्रा में सिर्फ एक बात सीखी कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता है।

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