Rakhi 2021: गिरिराजजी को रक्षा सूत्र बांध लेंगी कायनात की सुरक्षा का वचन, पढ़ें ब्रज की अनूठी मान्यता

Rakhi 2021 108 बेटियां तैयार कर रही हैं अलग-अलग राखी। हरियाली तीज पर दानघाटी गिरिराज को बांधी जाएगी फूलों की राखी। भक्तों का संकल्प और मेहनत भक्ति की नई इबारत लिखेगी। विभिन्न तरह के रक्षा सूत्र गोवर्धन नाथ की भव्यता में चार चांद लगाएंगे।

By Tanu GuptaEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 05:44 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 05:44 PM (IST)
Rakhi 2021: गिरिराजजी को रक्षा सूत्र बांध लेंगी कायनात की सुरक्षा का वचन, पढ़ें ब्रज की अनूठी मान्यता
दानघाटी मंदिर में फूलों से श्रंगारित गिरिराजजी की प्रतीमा।

आगरा, रसिक शर्मा। रेशम की डोर से बंधा रिश्ता, जीवन भर रक्षा का वचन देता है। इसी विश्वास के साथ गोवर्धन की बेटियां गिरिराजजी को राखी बांध पूरी कायनात की रक्षा का वचन लेंगी। इसके लिए गिरिराज की धरा की तमाम बेटियों ने घर में ही श्रद्धा की राखी बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। घर में ही श्रद्धा की राखी तैयार कर रही हैं। कोरोना संक्रमण जैसी तमाम समस्याओं से जूझती कायनात को बचाने के लिए गोवर्धन की रहने वाली वैष्णवी कौशिक ने एक अनूठी सेवा का बीड़ा उठाया है।

गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में पड़ने वाले गोवर्धन, राधाकुंड, आन्यौर, जतीपुरा की बेटियां गिरिराजजी को रक्षा सूत्र बांधकर कायनात की सुरक्षा का वचन लेंगी। भक्तों का संकल्प और मेहनत भक्ति की नई इबारत लिखेगी। विभिन्न तरह के रक्षा सूत्र गोवर्धन नाथ की भव्यता में चार चांद लगाएंगे। रक्षा सूत्र में बंधी राखियां श्रद्धा का अनूठा दृश्य पेश करेंगी। ये आयोजन 11 अगस्त को हरियाली तीज के अवसर पर होगा। इसे लेकर तलहटीवासी भी उत्सव को नए ढंग से मनाने को लेकर उत्सुक हैं। इसके लिए वैष्णवी ने तमाम बेटियों से संपर्क किया है। गिरिराज महाराज को रक्षासूत्र समर्पित करने के लिए राधाकुंड में ममता देवनाथ, गोवर्धन में वैष्णवी, आन्यौर में वंशिका, जतीपुरा में डाली कटारा को जिम्मेदारी दी गई है। कोई टाफी की राखी बना रहा है, तो कोई चाकलेट की। कोई रंग-बिरंगे कपड़ों से राखी सजा रहा है, तो कोई फाम की। अपनी श्रद्धा के अनुसार बेटियां राखियां तैयार कर रही हैं। ये रक्षासूत्र गोवर्धन की शिलाओं पर बांधे जाएंगे। वहीं दानघाटी गिरिराज जी का पंचामृत अभिषेक कर उन्हें फूलों से बनी बड़ी राखी भी बांधी जाएगी। वैष्णवी कौशिक कहती हैं कि रक्षा सूत्र से भक्त और भगवान का रिश्ता अटूट बन जाएगा। ब्रज भूमि का अस्तित्व बचाने वाले कान्हा, रक्षा सूत्र बांधने के बाद निश्चय ही कोरोना की तीसरी लहर से दुनिया की रक्षा करेंगे। ममता देवनाथ कहती हैं कि इस आयोजन को लेकर उत्साह है। वंशिका शर्मा और डाली कटारा कहती हैं कि भगवान श्रीकृष्ण से हम ब्रजवासियों का रिश्ता ही कुछ खास है।

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