नार्दन शोवलर को रास आई कीठम झील, बार हेडेड गूज भी बढ़ी

पिछले वर्ष से 1875 प्रवासी पक्षी झील में ज्यादा पहुंचे कामन टील की संख्या घटी देर से सर्दी शुरू होने से भी नहीं पड़ा असर

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Jan 2021 08:00 AM (IST) Updated:Sun, 10 Jan 2021 08:00 AM (IST)
नार्दन शोवलर को रास आई कीठम झील, बार हेडेड गूज भी बढ़ी
नार्दन शोवलर को रास आई कीठम झील, बार हेडेड गूज भी बढ़ी

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा: सूर सरोवर पक्षी विहार की कीठम झील प्रवासी पक्षियों को खूब भा रही है। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 1875 पक्षी ज्यादा पहुंचे हैं। इनमें नार्दन शोवलर की संख्या सबसे ज्यादा रही है।

कीठम स्थित सूर सरोवर पक्षी विहार की 'कीठम झील' में शनिवार को वेटलैंड इंटरनेशनल की ओर से वार्षिक गणना की गई। जनवरी, 2020 की गणना में पक्षियों की संख्या 3374 थी। जो इस बार अनुमान के मुताबिक ज्यादा रही है। झील में प्रवासी और अप्रवासी पक्षियों की संख्या 5249 पहुंचे हैं। इसमें नार्दन शोवलर की संख्या 1264 से बढ़कर 1826 हो गई है। बार हेडेड गूज की संख्या में भी 679 बढ़ोतरी हई है, लेकिन इस बार कामन टील कम मिली है। ग्रेट व्हाइट पेलिकन की संख्या पहले से 12 अधिक रही है। हर वर्ष होती है गणना

वेटलैंड इंटरनेशनल की ओर से हर वर्ष वाटर बर्ड की गणना (एशियन वाटर बर्ड सेंसेक्स)

करता है। जो इसी समय एशिया और आस्ट्रेलिया के 27 देशों में होती है। इस रिपोर्ट को इंटरनेशनल यूनियन फार कंजर्वेशन आफ नेचर (आइयूसीएन) में सम्मलित होती है। इस बार कीठम झील में बायोडायवर्सिटी रिसर्च एंड डवलपमेंट सोसायटी और वन विभाग के साथ की गई है। यहां से आते हैं पक्षी:

कीठम झील में नार्थ साइबेरिया, मंगोलिया, नाइजीरिया, अफ्रीका, यूरोप, अफगानिस्तान, वर्मा, चीन, श्रीलंका सहित हिमालय क्षेत्रों से पक्षी आते हैं। ये अक्टूबर से फरवरी तक यहां रहते हैं। उसके बाद वापस चले जाते हैं। वर्जन....

सर्दी देर से शुरू होने के बाद भी इस बार पक्षियों की संख्या पिछले वर्ष से ज्यादा है। नार्दन शोलवर और बार हेडेड गूज अधिक है। इसके अलावा भी कई प्रजातियों के पक्षियों की संख्या बढ़ी है।

टीके राय, ईकोलाजिस्ट, वेटलैंड इंटरनेशनल

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