सूक्ष्म उद्योग विकसित कर विकास में सहयोगी बनें युवा
पीएम सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत हुई कार्यशाला आवेदकों ने बताया रजिस्ट्रेशन में आ रही मुश्किल बैंक भी नहीं करते सुनवाई
आगरा, जागरण संवाददाता। पीएम सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत आवेदकों की संख्या कम है और जो योजना से जुड़ने का प्रयास कर रहे हैं उनको कठिनाईयां आ रही है। इसी क्रम में एक दिवसीय प्रशिक्षण जागरुकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें सूक्ष्म उद्योग को विकसित करने, आवेदन की प्रक्रिया को प्रशिक्षकों ने समझाया। साथ ही युवाओं को इससे जुड़कर राष्ट्र के विकास में सहयोगी बनने के लिए प्रेरित किया गया।
कमला नगर स्थित एक बैंकट हाल में बुधवार को आयोजित कार्यशाला में राज्यमंत्री डा. जीएस धर्मेश ने कहा कि असंगठित क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार जुटी है। इसके लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रयास किया जा रहा है। कहा कि असंगठित क्षेत्र के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भाजपा सरकार निरंतर कार्य कर रही है। प्रशिक्षक लोकेश सेंगर ने बताया कि जिले के लिए 298 सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण इकाई की स्थापना, उन्नयन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। इसमें एक जिला एक उत्पाद के तहत पेठा चिन्हित किया गया है। उद्यमियों को कुल लागत का 35 फीसद या अधिकतम 10 लाख तक अनुदान अनुमन्य है। इस दौरान असंगठित क्षेत्र से पहुंचे आवेदकों ने रजिस्ट्रेशन में आ रही मुश्किल, बैंक द्वारा टहलाने और दूसरी समस्याओं को उठाया। इस अवसर पर लघु उद्योग निगम उपाध्यक्ष राकेश गर्ग, नेशनल चैंबर आफ इंडस्ट्रीज एंड कामर्स के अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, पेठा एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल, कृषक समृद्धि आयोग के सदस्य ऋषि कुमार, उप निदेशक उद्यान कौशल कुमार, किसान नेता मोहन सिंह चाहर, डीआरपी मृणाल अग्रवाल, प्रधानाचार्य रामवीर सिंह आदि मौजूद थे।