घर की सफाई से अस्थमा रोगियों को पड़ सकता है अटैक

दीपावली के मद्देनजर घरों की सफाई चल रही है। वहीं मौसम बदलने के साथ ही वातावरण में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। इससे अस्थमा रोगियों को अटैक पड़ सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 08:30 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 08:30 PM (IST)
घर की सफाई से अस्थमा रोगियों को पड़ सकता है अटैक
घर की सफाई से अस्थमा रोगियों को पड़ सकता है अटैक

आगरा, जागरण संवाददाता । दीपावली के मद्देनजर घरों की सफाई चल रही है। वहीं, मौसम बदलने के साथ ही वातावरण में प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। इससे अस्थमा रोगियों को अटैक पड़ सकता है। इस मौसम में सांस संबंधी बीमारियों से पीड़ित मरीज विशेष सावधानी बरतें। गुरुवार को दैनिक जागरण के हेलो डाक्टर कार्यक्रम में एसएन मेडिकल कालेज के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट अध्यक्ष डा. संतोष कुमार ने फोन पर पाठकों के सवालों के जवाब दिए। सवाल -मौसम बदलने पर छींक आती हैं?

सचिन, गौरव शर्मा, अमित प्रताप

जवाब- मौसम बदलने पर वातावरण में परागकण और प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है। इस कारण से यह समस्या होती है, इसके लिए इन्हेलर और कुछ दवाएं दी जाती हैं। इससे ठीक हो जाते हैं। सवाल- 14 साल का बेटा है, पसलियां चलने लगती हैं?

- राधिका खंडेलवाल

जवाब -यह समस्या एलर्जिक डिसआर्डर, अस्थमा के कारण हो सकती है। इस तरह की समस्या होने पर एंटी एलर्जिक दवा दी जाती है। इससे ठीक हो जाते हैं। सवाल- घर में पुताई चल रही है, सांस फूल रही है?

राजबहादुर, प्रेम शंकर शर्मा, राधे श्याम

जवाब- दीपावली पर घरों में सफाई के दौरान निकलने वाली धूल से सबसे ज्यादा एलर्जी की समस्या होती है। मास्क लगाकर रहें, तबीयत बिगड़ने पर डाक्टर से दवा ले लें। सवाल- खांसी को दो सप्ताह से अधिक हो चुके हैं और हल्का बुखार रहता है?

अजय कुमार

जवाब -जांच करा लें, यह एलर्जी और टीबी के कारण हो सकता है। दवा से यह ठीक हो जाएगा। सवाल -सांस उखड़ जाती है, घबराहट और बेचैनी रहती है?

विक्रम सिंह

जवाब -यह सीओपीडी के कारण हो सकता है। इसकी अलग दवाएं हैं। इन्हेलर भी दिया जाता है। गर्भावस्था में इन्हेलर है सुरक्षित

अस्थमा पीड़ित गर्भवती महिलाओं की सांस फूलने पर गर्भस्थ शिशु को खतरा हो सकता है। गर्भावस्था में अस्थमा अटैक नहीं पड़ना चाहिए। इसके लिए इन्हेलर ले सकते हैं, यह पूरी तरह से सुरक्षित है। हाउस माइट और काकरोच के वेस्ट से सबसे ज्यादा एलर्जी

दीपावली पर घरों की सफाई चल रही है। सोफे, पर्दे की सफाई करते समय हाउस माइट (घुन) निकलती है। ये बहुत सूक्ष्म होती है, इनसे सबसे ज्यादा एलर्जी होती है। इसी तरह से काकरोच का वेस्ट घर में उड़ता है, यह सांस के माध्यम से फेफड़ों से सांस नलिका तक पहुंचता है। इससे अस्थमा अटैक पड़ सकता है। ट्रिपल लेयर मास्क पहनें और भाप लें

मौसम बदलने के साथ दीपावली की सफाई हो रही है। ऐसे में घर पर सफाई हो रही है तो ट्रिपल लेयर मास्क पहनें और नियमित भाप लें। इससे आराम मिलेगा, एंटी एलर्जिक दवाएं भी ले सकते हैं। एक दिन में ही पूरे घर की सफाई न करें। दीपावली पर ग्रीन पटाखे चलाएं

प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। ऐसे में दीपावली पर ग्रीन पटाखे चलाएं, इससे 50 फीसद तक कम प्रदूषण होता है। बड़े बम न चलाएं, यह घातक हो सकते हैं। -डा. संतोष कुमार, अध्यक्ष टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट, एसएन मेडिकल कालेज

एमबीबीएस 1989, एसएन मेडिकल कालेज

एमडी 1999, केजीएमयू लखनऊ

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