Potato Farmers: असम को भा रहा आगरा का आलू, अब तक तीन ट्रेन असम भेजी गईं
अब तक तीन खेप जा चुकी हैं असम। 920 टन से अधिक आलू भेजा गया। दो बार किसान रेल और एक बार मालगाड़ी से भेजा गया है आलू। उत्तर मध्य रेलवे आलू किसानों को प्रोत्साहित करने में जुटा है। भाड़े में भी छूट दी जा रही है।
आगरा, जागरण संवाददाता। असम को आगरा का आलू भा रहा है। अब तक तीन खेप में 920 टन से अधिक आलू असम के चांगसारी और गुवाहटी के बैहाटा रेलवे स्टेशन तक भेजा चुका है। दो बार किसान रेल और एक बार मालगाड़ी के माध्यम से आलू असम भेजा गया है। उत्तर मध्य रेलवे आलू किसानों को प्रोत्साहित करने में लगा है।
इस वर्ष आगरा और इसके आसपास क्षेत्र में आलू की अत्यधिक पैदावार हुई है। इसको देखते हुए रेलवे ने व्यापारियों को अपने माल की खपत और आलू कमी वाले क्षेत्रों में बेचने की सुविधा प्रदान करने के लिए मालगाड़ी का संचालन किया। इससे व्यापारियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक आलू पहुंचाने में काफी सहूलियत होगी। भाड़े में भी छूट प्रदान की जा रही है। बीते गुरुवार को 414 टन, इससे पहले बीते बुधवार को 256 टन आलू और छह सितंबर को भी लगभग इतना ही आलू असम भेजा गया। उत्तर मध्य रेलवे ने यहां के आलू किसानों को असम की मंडी सहज उपलब्ध कराने के लिए छह सितंबर को किसान रेल की शुरुआत की थी। पूर्व में इसके संचालन के दिन 6, 13, 20 और 27 सितंबर को निर्धारित किए गए थे। मगर, किसान रेल सिर्फ छह सितंबर को ही चांगसारी के लिए रवाना हुई। इसके बाद इसके संचालन के दिनों में बदलाव किया गया। अब यह बुधवार को संचालित हाे रही है। इसके साथ ही बुकिंग के आधार पर आगरा रेल मंडल की ओर से गुवाहटी के बैहाटा रेलवे स्टेशन के लिए भी एक मालगाड़ी रवाना की गई।
आगरा रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी एसके श्रीवास्तव का कहना है कि ब्रज के आलू किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए रेलवे यह प्रयास कर रहा है। मांग के अनुसार ट्रेनें और उपलब्ध कराई जा सकती हैं। इसके लिए व्यापारियों को पहले ही संपर्क करना होगा।