Soor Sarovar: शासन की मंजूरी मिलते ही लगेंगे सूर सरोवर को विकास के पंख

लखनऊ की टीम कर चुकी है सूर सरोवर पक्षी विहार का सर्वे। ईको टूरिज्म को प्रोत्‍साहन देने पर है प्रदेश सरकार का जोर। सूर सरोवर पक्षी विहार के चहुंओर एक किलोमीटर के दायरे में ईको सेंसटिव जोन घोषित है। हर वर्ष प्रवासी और अप्रवासी पक्षियों का यहां बसेरा रहता है।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 26 Feb 2021 05:59 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 05:59 PM (IST)
Soor Sarovar: शासन की मंजूरी मिलते ही लगेंगे सूर सरोवर को विकास के पंख
सूर सरोवर की दशा बदले जाने की तैयारी है।

आगरा, जागरण संवाददाता। सूर सरोवर पक्षी विहार में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए शासन फिक्रमंद है। इससे वनाधिकारियों को भी प्रस्ताव मंजूर होने की आस बढ़ने लगी है। इससे सूर सरोवर पक्षी विहार को विकास के पंख लगेंगे। विकास से पर्यटकों को सुविधा मिलने के साथ मेहमान परिंदों की अठखेलियों में खलल पड़ना बंद हो जाएगा।

कीठम स्थित सूर सरोवर पक्षी विहार में हर वर्ष प्रवासी और अप्रवासी पक्षियों का बसेरा रहता है। पर्यटकों के वाहन इन पक्षियों के आराम में खलल न डालें। इस दुविधा को दूर करने के लिए राष्ट्रीय चंबल सेंचुरी परियोजना आगरा के उप वन सरंक्षक दिवाकर प्रसाद श्रीवास्तव ने शासन को प्रस्ताव भेजा है। जिसमें सूर सरोवर पक्षी विहार के मुख्य द्वार के पास वन क्षेत्राधिकारी कार्यालय के सामने वाहन पार्किंग स्थल बनाना और मुख्य द्वार से कीठम झील तक इलेक्ट्रोनिक कार, ई-रिक्शा और साइकिलें की सुविधा पर्यटकों को उपलब्ध कराना शामिल हैं। इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए समृद्ध पार्क विकसित करने का भी प्रस्ताव भेजा था। इस प्रस्‍ताव में चिन्हित बिंदुओं पर लखनऊ की दो सदस्य टीम सर्वे भी कर चुकी है। इसके बाद से वनाधिकारियों के साथ बैठकों की दौर जारी है।

सूर सरोवर पक्षी विहार के चहुंओर एक किलोमीटर के दायरे में ईको सेंसटिव जोन घोषित है। फिर भी पर्यटक अपना वाहन झील तक लेकर जाते हैं। इससे पक्षियों के आराम में खलल पहुंचती है। इस वजह से पक्षी झील के अंतिम ओर किनारों में छुपे रहते हैं और पर्यटक मायूस होकर लौट जाते हैं।

गाइड भी होंगे तैयार

सूर सरोवर पक्षी विहार में पर्यटकों को पक्षियों की प्रजाति व उनकी खूबी बताने के लिए गाइड तैयार किए जाएंगे। पक्षी विहार के अधिकारी ई-रिक्शा चालकों को ही प्रशिक्षण देंगे। जिससे वह अपने ई-रिक्शा में बैठने वाले पर्यटकों को पक्षियों की जानकारी दे सके।

मिलेगा रोजगार

वन अधिकारियों के इस प्लान के अनुसार सूर सरोवर पक्षी विहार में कई लोगों को रोजगार मिलेगा। चालक प्रति माह तय राशि जमा करके अंदर रिक्शा चलाएगा। वह पर्यटकों से किराया लेगा और गाइडिंग की शुल्क अलग से लेगा।

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