वाट्सएप पर लेते थे सेना में भर्ती कराने का ठेका

दलालों को जेल भेजने के बाद अब गैंग में शामिल फौजियों की तलाश पुलिस ने मिलिट्री इंटेलीजेंस को भेजी रिपोर्ट मुकदमा दर्ज

By JagranEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 07:30 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 07:30 PM (IST)
वाट्सएप पर लेते थे सेना में भर्ती कराने का ठेका
वाट्सएप पर लेते थे सेना में भर्ती कराने का ठेका

आगरा, जागरण संवाददाता। सेना में भर्ती के नाम पर दलालों ने युवाओं से ठगी का जाल बिछा रखा था। वाट्सएप पर ही सौदा तय होता था। दलालों के गिरफ्तार होने के बाद पुलिस की छानबीन में पूरा खेल खुल गया। पुलिस ने गैंग में शामिल बताए गए फौजियों की रिपोर्ट मिलिट्री इंटेलीजेंस को भेज दी है। सिकंदरा थाने में दर्ज मुकदमे में तीनों को आरोपित बनाया गया है।

फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सेना में भर्ती होने पहुंचे बुलंदशहर के ताड़पुर खादर निवासी अजीत कुमार को सिकंदरा पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पुलिस ने दलाल डौकी (आगरा) के नगरिया निवासी रंजीत कुमार और मथुरा के नौहझील निवासी शशि कुरैशी को गिरफ्तार किया था। तीनों को जेल भेज दिया गया है। उनसे पूछताछ में पुलिस को पता चला कि ये दलाल डौकी के नगरिया निवासी योगेंद्र कुमार, सौरभ और विकास के संपर्क में थे। ये तीनों फौजी हैं। मोबाइल की जांच में सच सामने आ गया। आरोपितों की वाट्सएप पर चैटिग होती थी। दलाल युवाओं को जाल में फंसाते थे। उनके कागजात वाट्सएप पर फौजियों को भेजे जाते थे। उनकी तरफ से ओके होने पर डील फाइनल हो जाती थी। छह लाख रुपये में ठेका लिया जाता था। इसमें से एक लाख रुपये दलालों का कमीशन होता था। सौदा फाइनल होने पर अभ्यर्थी को फौजियों से मिलवाया जाता था। इसके बाद दलाल खुद ही फर्जी कागजात तैयार करा अभ्यर्थी को सेना में भर्ती कराने लाते थे।

एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद ने बताया कि सेना भर्ती गैंग में शामिल फौजी कहां तैनात हैं, इसकी अभी जानकारी नहीं हुई है। इसके लिए मिलिट्री इंटेलीजेंस को रिपोर्ट दी है। यह गैंग कितने अभ्यर्थियों को जाल में फंसा चुका है, इसकी जानकारी की जा रही है।

chat bot
आपका साथी