टोडरमल की बारादरी की लौटेगी रौनक, बारादरी व टैंक के संरक्षण को मिली अनुमति
विश्व धरोहर स्थल फतेहपुर सीकरी में अकबर के वित्त मंत्री राजा टोडरमल की बारादरी बनी हुई है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के दिल्ली मुख्यालय ने संरक्षण कार्य के लिए दी अनुमति। उत्खनन में मिले वर्गाकार टैंक का किया जाएगा संरक्षण।
आगरा, जागरण संवाददाता। मुगल शहंशाह अकबर की राजधानी रही फतेहपुर सीकरी में टोडरमल की बारादरी में मिले प्राचीन टैंक के संरक्षण का रास्ता साफ हो गया। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) के आगरा सर्किल ने टैंक के संरक्षण को दिल्ली मुख्यालय से अनुमति मांगी थी। मुख्यालय ने इसकी अनुमति प्रदान कर दी है। इसके साथ ही बारादरी में अन्य संरक्षण कार्यों के लिए भी अनुमति दी गई है। अब यहां संरक्षण कार्यों के लिए एएसआइ द्वारा टेंडर किया जाएगा।
विश्व धरोहर स्थल फतेहपुर सीकरी में अकबर के वित्त मंत्री राजा टोडरमल की बारादरी बनी हुई है। 20 लाख रुपये की लागत से एएसआइ द्वारा यहां संरक्षण कार्य कराया गया है। बारादरी के मुख्य द्वार के सामने मध्य में बना हुआ वर्गाकार टैंक व फव्वारा उत्खनन में मिला था। चूने से बना टैंक प्रत्येक दिशा में 8.7 मीटर लंबा और 1.1 मीटर गहरा है। इस टैंक के आेवरफ्लो व आउटलेट खोज लिए गए थे। टैंक की बाहरी दिशा में खोदाई की जानी है। वहीं, बारादरी की उत्तर दिशा में टूटे हुए तोड़े और छज्जे लगाने, पश्चिम दिशा में टूटे तोड़े और छज्जे के पत्थर लगाने का काम किया गया था। एएसआइ के आगरा सर्किल ने उत्खनन में मिले टैंक के संरक्षण को दिल्ली मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा था। बारादरी की पूर्वी व दक्षिणी दिशा में संरक्षण कार्य के लिए भी प्रस्ताव भेजा गया था। दोनों प्रस्तावों को एएसआइ के मुख्यालय से अनुमति प्राप्त हो गई है। अब यहां संरक्षण कार्य कराने को एएसआइ द्वारा टेंडर किया जाएगा। इससे राजा टोडरमल की बारादरी अपने पुराने गौरव को प्राप्त कर सकेगी।
नहीं है स्मारक तक रास्ता
टोडरमल की बारादरी के पास अवैध कब्जे व निर्माण हो चुके हैं। इसके चलते स्मारक तक पर्यटकों के पहुंचने के लिए उचित संपर्क मार्ग नहीं है।