Death by Fever: आगरा में बुखार से एक और बच्चे की मौत, जूनियर डाक्टर सहित डेंगू के नौ नए केस
एसएन में भर्ती 16 मरीजों में डेंगू की पुष्टि। बरहन में हुई संदिग्ध बुखार से बालक की मौत। आगरा नगर निगम सीमा के अंतर्गत आने वाले तमाम वार्डों में नहीं कराया जा रहा एंटी लार्वा स्प्रे। डेंगू से हो रही मौतों को संदिग्ध बुखार में दर्शाने का भी लगा आरोप।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा मंडल में डेंगू और संदिग्ध बुखार का कहर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। संदिग्ध बुखार के चलते एक और बच्चे की मौत हो गई। वहीं, सरोजनी नायडू मेडिकल कालेज एसएन के जूनियर डाक्टर सहित आगरा के नौ मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। एसएन में भर्ती 16 मरीजों में डेंगू की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। इस समय कुल 22 मरीज नए आए हैं, इनमें से छह आगरा के हैं। इधर लोग आरोप लगा रहे हैं कि स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन, कोरोना वायरस संक्रमण की तरह ही डेंगू के मामले में भी खिलवाड़ कर रहा है। डेंगू से होने वाली मौतों को संदिग्ध बुखार में दर्शाया जा रहा है।
बरहन के सराय जयराम निवासी बिलशन सिंह के 13 वर्षीय बेटे दीपक उर्फ साहिल को तीन दिन से बुखार था। सुबह तबीयत बिगड़ऩे पर स्वजन आगरा के निजी हास्पिटल ले आए। मगर, भर्ती नहीं किया, दूसरे हास्पिटल ले जा रहे थे, रास्ते में मौत हो गई। हादसे के बाद मां ममता देवी और 15 वर्षीय बहन नेहा का रो-रोकर बुरा हाल है। पांच सितंबर को नगला अड़ू निवासी 60 वर्षीय वारेलाल दिवाकर की बुखार से मौत हो गई थी। 13 सितंबर को सराय जयराम के ही 12 वर्षीय दीपक की भी बुखार से मौत हो चुकी है। सोमवार को उसकी बहन प्रिया उर्फ शिवानी को कम दिखने के बाद स्वजन एसएन मेडिकल कालेज ले गए थे। उनका इलाज चल रहा है। उधर, एसएन के सर्जरी विभाग के जूनियर डाक्टर प्रथम वर्ष में डेंगू की पुष्टि हुई है, वे सीनियर ब्वाय हास्टल में रह रहे थे। इसके साथ ही अकोला निवासी दो साल की बच्ची, 22 साल की महिला, 17 साल के टेढ़ी बगिया निवासी किशोर सहित नौ मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। एसएन में भर्ती 16 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें छह मरीज आगरा के हैं, सात मरीज फीरोजाबाद के हैं, एक एक मरीज मैनपुरी, हाथरस और एटा का है। निजी अस्पताल में भर्ती आगरा के तीन मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है।
स्वास्थ्य टीम पर खानापूर्ति का आरोप
बरहन के क्षेत्रीय ग्रामीण धर्मेंद्र यादव, प्रेमवीर सिंह, लेखराज, हरिकृष्ण, रामवीर सिंह, ओमवीर सिंह, प्रशांत कुशवाहा आदि ने स्वास्थ्य टीम पर शिविर के नाम पर खानापूर्ति का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि स्वास्थ्य टीम गांव आकर हरी-पीली गोलियां देकर लौट जाती है। मरीजों की खून समेत अन्य जांचें नहीं कराई जातीं।
डेंगू के मरीज मिलने पर आसपास के 50 घरों में जांच कराई जा रही है। कोरोना की तरह से ही डेंगू के मरीज के संपर्क में आए लोगों की जांच और इलाज शुरू कर दिया गया है। डा. अरुण श्रीवास्तव, सीएमओ
नहीं हो रहा एंटी लार्वा का स्प्रे
डेंगू का प्रकोप न केवल ग्रामीण इलाकों में है, बल्कि शहरी क्षेत्रों में भी है। हाल ये है कि आगरा नगर निगम के 100 वार्डों में से चुनिंदा में ही साफ-सफाई चल रही है और एंटी लार्वा स्प्रे कराया जा रहा है। अन्य जगहों पर तो सफाईकर्मी पहुंच ही नहीं रहे हैं।