यमुना एक्सप्रेस वे पर फिर हादसा, टकराए कैंटर, एक घंटे फंसे रहे चालक-क्लीनर
सर्दी और धुंध छाने से हो रहे हैं हादसे। सोमवार तड़के स्लीपर कोच हुई थी दुर्घटनाग्रस्त। मंगलवार सुबह भिड़े दो कंटेनर। मिर्च और जूतों से भरे थे कंटेनर। दुर्घटना के बाद रोड पर बिखर गए जूतों से भरे डिब्बे। गुजरते हुए लोग बटोर ले गए अपने साथ जूतेे।
आगरा, जागरण संवाददाता। यमुना एक्सप्रेसवे पर हादसों का सिलसिला थम नहीं रहा है। सर्दी और धुंध के बीच सफर अब जानलेवा साबित होने लगा है। सोमवार को एक स्लीपर कोच बस पीछे से ट्रक में घुसी थी और बस चालक की मौत हो गई थी, वहीं आधा दर्जन यात्री गंभीर घायल हुए थे। मंगलवार तड़के फिर हादसा हुआ है। दो कंटेनर आपस में टकरा गए, इसमें चालक क्लीनर एक घंटे तक फंसे रहे। पुलिस ने पहुंचकर घायलों को बाहर निकाला।
मंगलवार तड़के आगरा से नोएडा जा रहे जूतों से भरे कैंटर में पीछे आ रहा मिर्च से लदा कैंटर टकरा गया। हादसे में मिर्च लदे कैंटर में सवार चालक और क्लीनर एक घंटे तक केबिन में फंसे रहे, बाद में मौके पर पहुंची पुलिस व एक्सप्रेस वे कर्मियों ने गैस कटर से काटकर उन्हें बाहर निकाला। हादसा सुबह चार बजे सुरीर थाना क्षेत्र में माइल स्टोन 82 के समीप हुआ। घायल चालक सोनू निवासी समस्तीपुर बिहार और क्लीनर रिंकू निवासी पुरवा जिला उन्नाव को अस्पताल में भर्ती कराया है। हादसे के दौरान जूतों से भरा कैंटर सड़क पर पलट गया और उसमें भरे जूतों से भरे डिब्बे सड़क पर बिखर गए। जिनमें से कुछ डिब्बों पुलिस के आने से पहले वहां होकर निकल रहे लोग व आसपास के ग्रामीण भर ले गए। दरअसल सर्दियों की शुरुआत के साथ ही एक्सप्रेस वे पर हादसे बढ़ते हैं। सुबह तीन-चार बजे के लगभग वाहन चालकों को झपकी आती है और वे दुर्घटना का शिकार बन रहे हैं।