एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल खत्म, पर मरीज रहे परेशान

शासन और प्रशासन की सख्ती के बाद खत्म हुई हड़ताल आधे से ज्यादा चालक लखनऊ में इसलिए नहीं चलीं एंबुलेंस

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 11:10 PM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 11:10 PM (IST)
एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल खत्म, पर मरीज रहे परेशान
एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल खत्म, पर मरीज रहे परेशान

आगरा, जागरण संवाददाता । एंबुलेंस कर्मचारियों की हड़ताल शासन और प्रशासन की सख्ती के बाद शनिवार को खत्म तो हो गई, पर मरीजों को काफी परेशानी रही। आधे से ज्यादा चालक लखनऊ में हैं, इस वजह से एंबुलेंस चली नहीं। मरीजों को लाने के लिए तीमारदारों ने निजी वाहनों, आटो, रिक्शा आदि का सहारा लिया।

अपनी विभिन्न मांगों को लेकर 108, 102 और एएलएस की एंबुलेंसों पर तैनात कर्मचारी सोमवार से हड़ताल पर थे। बुधवार को जिलाधिकारी के आश्वासन के बाद 108 की 34 एबुलेंस ने काम शुरू कर दिया था, पर 102 की 44 और दो एएलएस एंबुलेंस के कर्मचारी हड़ताल पर ही रहे। शुक्रवार को सीएमओ डा. अरूण श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि 44 में से 41 एंबुलेंस भी कार्य कर रही हैं। जीपीएस में उनका रूट दिख रहा है, हालांकि जीवनदायिनी 108, 102 और एएलएस एंबुलेंस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष अरविद सिंह ने बताया था कि जब तक मांगे नहीं मानी जाएंगी, हड़ताल जारी रहेगी। अस्पतालों से एंबुलेंस हटाकर उनके क्षेत्रों में भेज दी गई हैं। जानकारी के मुताबिक शासन और प्रशास की सख्ती के बाद देर रात 102 और एएलएस की हड़ताल भी वापस ले ली गई। मरीज होते रहे परेशान

लेडी लायल अस्पताल में शनिवार को भी गर्भवती और प्रसूताओं के तीमारदार परेशान रहे। अस्पताल लाने और वहां से ले जाने के लिए आटो, रिक्शा व निजी वाहनों का इस्तेमाल किया। हालांकि 108 की एंबुलेंस इमरजेंसी में मरीजों को लाने का काम कर रही हैं, पर गर्भवती व प्रसूताओं के लिए 102 की सेवाएं हैं, जो शनिवार को पूरी तरह से संचालित नहीं हुईं, क्योंकि आधे से ज्यादा चालक लखनऊ धरने में शामिल होने गए थे। वे अभी तक लौटे नहीं हैं।

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