Ambedkar University Agra: स्‍नातक में द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं कराएगा आंबेडकर विश्वविद्यालय

परीक्षा समिति की बैठक में लिए गए फैसले। जुलाई के तीसरे सप्ताह से शुरू होंगी वार्षिक परीक्षाएं अगस्त के अंत में घोषित होगा परिणाम। कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत किया जाएगा।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Fri, 11 Jun 2021 11:43 AM (IST) Updated:Fri, 11 Jun 2021 11:43 AM (IST)
Ambedkar University Agra: स्‍नातक में द्वितीय और तृतीय वर्ष की परीक्षाएं कराएगा आंबेडकर विश्वविद्यालय
आंबेडकर विवि में स्‍नातक प्रथम वर्ष के छात्र प्रमोट किए जाएंगे।

आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में वार्षिक प्रणाली के पाठ्यक्रमों में स्नातक द्वितीय और तृतीय वर्ष की और स्नातकोत्तर अंतिम वर्ष की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। यह फैसला गुरुवार को खंदारी परिसर स्थित अतिथि गृह में आयोजित परीक्षा समिति की बैठक में लिया गया। बैठक में शैक्षिक सत्र 2020-21 के छात्रों को प्रोन्नत किए जाने व परीक्षा संबंधी फैसले लिए गए।

कुलपति प्रो. अशोक मित्तल की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों को प्रोन्नत किया जाएगा। वर्ष 2022 में द्वितीय वर्ष की परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर उनके प्रथम वर्ष के अंक निर्धारित किए जाएंगे। इसी प्रकार स्नातकोत्तर पूर्वार्द्ध के छात्रों को उत्तरार्द्ध में प्रोन्नत किया जाएगा और उनकी वर्ष 2022 की उत्तरार्ध की परीक्षाओं के आधार पर उनके पूर्वार्द्ध के अंक निर्धारित किए जाएंगे। सेमेस्टर प्रणाली में चल रहे स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों के अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं संपन्न कराई जाएंगी।

ओएमआर आधारित होंगी परीक्षाएं

बैठक में सर्वसम्मिति से यह फैसला लिया गया कि परीक्षाएं ओएमआर प्रणाली आधारित होंगी। परीक्षा की अवधि डेढ़ घंटा होगी और कुल 100 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों में से छात्रों को 50 प्रश्नों के उत्तर देने होंगे। जुलाई के तीसरे सप्ताह से वार्षिक परीक्षाएं प्रारंभ होंगी जो 15 अगस्त तक चलेंगी और 31 अगस्त तक परिणाम घोषित किया जाएगा।

केवल मौखिकी परीक्षा होगी

प्रायोगिक परीक्षा वाले विषयों में प्रायोगिक परीक्षा और मौखिकी को मिलाकर केवल मौखिकी संपन्न कराई जाएगी। मौखिक परीक्षाओं की वीडियोग्राफी अनिवार्य होगी और 75 फीसद से अधिक अंक नहीं दिए जा सकेंगे। सभी मौखिक परीक्षाएं एक से 15 जुलाई तक संपन्न कराई जाएंगी, जिससे निर्धारित अवधि के अंदर परिणाम घोषित किया जा सके।

विधि छात्रों को मिला मौका

एलएलबी और बीएएलएलबी अंतिम वर्ष 2020 में जो छात्र बहुत कम अंकों से अनुत्तीर्ण हो गए हैं, उनके प्रत्यावेदन पर विचार किया गया और यह निर्णय हुआ कि वह किन्हीं दो प्रश्न पत्रों में पुनः परीक्षा दे सकते हैं।

यह रहे उपस्थित

कुलसचिव डा. अंजनी कुमार मिश्र , परीक्षा नियंत्रक डा. राजीव कुमार, वित्त अधिकारी एके सिंह, प्रो. उमेश चंद शर्मा, प्रो. प्रदीप श्रीधर, प्रो. पीके सिंह,प्रो. अनिल वर्मा, औटा अध्यक्ष डा. ओमवीर सिंह , महामंत्री डा. भूपेंद्र चिकारा, डा. निर्मला यादव और सहायक कुलसचिव पवन कुमार। 

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