आंबेडकर विश्वविद्यालय प्रोक्टोरियल बोर्ड की चेतावनी कर गई काम, हट गई कैनोपी
मंगलवार को प्रोक्टोरियल बोर्ड ने दिया था नोटिस। बुधवार को हट गईंं तीन कैनोपी। कुछ छात्र नेताओं की शह पर कैनोपी लगी हुई थी। इन कैनोपी पर लैपटाप रखकर बैठे संचालक छात्रों की आनलाइन फीस जमा करने से लेकर उनकी डिग्री या अंकतालिका बनवाने तक का ठेका लेते थे।
आगरा, जागरण संवाददाता। डा. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के प्रोक्टोरियल बोर्ड से मिली चेतावनी काम कर गई। विश्वविद्यालय परिसर के बाहर लगी कैनोपी हट गई हैं। प्रोक्टोरियल बोर्ड ने सख्ती से आदेश दिया है कि भविष्य में भी विश्वविद्यालय परिसर के बाहर कैनोपी नहीं लगने दी जाएंगी।
विश्वविद्यालय ने छात्रों की मदद के लिए हेल्प डेस्क और आनलाइन विभाग की व्यवस्था की है। इसके बाद भी कुछ छात्र नेताओं की शह पर कैनोपी लगी हुई थी। इन कैनोपी पर कंप्यूटर या लैपटाप रखकर बैठे संचालक छात्रों की आनलाइन फीस जमा करने से लेकर उनकी डिग्री या अंकतालिका बनवाने तक का ठेका लेते थे। प्रोक्टोरियल बोर्ड के सदस्यों ने विगत मंगलवार को तीन कैनोपी संचालकों को चेतावनी दी गई। कैनोपी नहीं हटाने पर विधिक कार्यवाही का नोटिस दिया। इस चेतावनी के बाद बुधवार को कैनोपी हट गई। चीफ प्रोक्टर प्रो. मनोज श्रीवास्तव का कहना है कि कैनोपी संचालकों को किसकी शह मिल रही है, इसकी जांच की जा रही है। भविष्य में अगर कैनोपी लगती हैं तो विधिक कार्यवाही की जाएगी।