आगरा में फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने का आरोप, चिकित्सक पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश

एसएन मेडिकल कालेज के अवकाश प्राप्त हैं चिकित्सक। कई जिलों के लोगों के फर्जी मेडिको लीगल करने का आरोप। आरोप है कि चिकित्सक ने 15 हजार रुपये लेकर कई चोंटे दर्शा मेडिको लीगल रिपोर्ट बना दी। जबकि महिला के शरीर पर एक भी चोट नहीं थी।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 11:04 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 11:04 AM (IST)
आगरा में फर्जी मेडिकल रिपोर्ट बनाने का आरोप, चिकित्सक पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश
आगरा में सेवानिृत्‍त चिकित्‍सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश हुए हैं।

आगरा, जागरण संवाददाता। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने फर्जी मेडिको लीगल रिपोर्ट बनाने के आरोप में एसएन मेडिकल कालेज के सेवानिवृ़त्त चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं।

मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट में अधिवक्ता सुरेश चंद सोनी निवासी भीम नगर जगदीशपुरा ने प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था। अधिवक्ता ने कोर्ट से शिकायत की, वर्तमान में पुलिस की मजरूबी चिट्ठी के बिना किसी भी व्यक्ति का मेडिको लीगल नहीं किया जा सकता। जबकि एसएन मेडिकल कालेज के सेवानिवृत्त डाक्टर एस.एन गुप्ता निवासी नगला पदी न्यू आगरा कई वर्ष से फर्जी मेडिकाे लीगल कर रहे हैं। डाक्टर का ट्रांसपोर्ट नगर में क्लीनिक है। अधिवक्ता का आरोप है कि डाक्टर एस.एन गुप्ता के पास आगरा, मथुरा, फीरोजाबाद्र, मैनपुरी, एटा के अलावा मध्य प्रदेश और राजस्थान से लोग मेडिको लीगल रिपोर्ट बनवाने आते हैं।

इन लोगों के कोई चोट नहीं होने पर भी चोटों का मेडिको लीगल बनाया जाता है। कई चोटों में एक्सरे कराने की एडवायजरी जारी कर देते हैं। इसके आधार पर लोग अपने विरोधी पक्ष के विरुद्ध झूठे मुकदमे दर्ज करा देते हैं। अधिवक्ता का आरोप है कि 30 जनवरी 2021 को हेमलता निवासी खेरिया मोड़ शाहगंज को मेडिको लीगल के लिए डाक्टर एस.एन गुप्ता के क्लीनिक पर भेजा। चिकित्सक ने 15 हजार रुपये लेकर कई चोंटे दर्शा मेडिको लीगल रिपोर्ट बना दी। जबकि महिला के शरीर पर एक भी चोट नहीं थी। महिला द्वारा वास्तविकता बताने पर वादी ने अधिकारियों से संपर्क कर उसका 30 जनवरी को जिला अस्पताल में मेडिको लीगल कराया। इसमें एक भी चोट नहीं पाई गई। अधिवक्ता ने चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकारियों को लिखा, कार्रवाई न होने पर अदालत में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया। कोर्ट ने थाना हरीपर्वत को मुकदमा दर्ज कर विवेचना के आदेश दिए।

chat bot
आपका साथी