मध्य गंगा कैनाल से शुरू हुई जलापूर्ति, मिली राहत

सुबह आठ बजे जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स में 200 और सुबह नौ बजे गंगाजल प्लांट सिकंदरा में 150 एमएलडी की हुई आपूर्ति मटमैले रंग के पानी में हुआ सुधार बारिश होने पर भी से बढ़ सकती है दिक्कत

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 07:53 PM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 07:53 PM (IST)
मध्य गंगा कैनाल से शुरू हुई जलापूर्ति, मिली राहत
मध्य गंगा कैनाल से शुरू हुई जलापूर्ति, मिली राहत

आगरा, जागरण संवाददाता। शहर में चार दिनों से चला आ रहा पेयजल संकट मंगलवार सुबह खत्म हो गया। मध्य गंगा कैनाल से 350 एमएलडी गंगाजल मिला। सुबह आठ बजे जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स को 200 और सुबह नौ बजे गंगाजल प्लांट सिकंदरा को 150 एमएलडी गंगाजल की आपूर्ति हुई। भरपूर गंगाजल मिलने से लोगों ने राहत की सांस ली। मटमैले रंग के पानी में भी सुधार आया। वहीं, बारिश होती है तो मध्य गंगा कैनाल से पालड़ा झाल बुलंदशहर को मटमैला पानी मिलेगा। इससे फिर से पेयजल संकट गहरा सकता है।

शहर को हर दिन 400 एमएलडी पानी की जरूरत है। पालड़ा झाल बुलंदशहर से 350 एमएलडी गंगाजल मिलता है, जबकि सिकंदरा स्थित एमबीबीआर प्लांट से 50 से 70 एमएलडी यमुना जल की आपूर्ति होती है। बीते शुक्रवार को मध्य गंगा कैनाल से गंगाजल मिलना कम हो गया था। रविवार और सोमवार को न के बराबर गंगाजल मिला। इसके चलते जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स से 100 एमएलडी और सिकंदरा स्थित एमबीबीआर प्लांट से 140 एमएलडी यमुनाजल की आपूर्ति हुई। मंगलवार को पूर्व की तरह गंगाजल मिलना शुरू हो गया। जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव ने बताया कि यमुनाजल के बदले गंगाजल की आपूर्ति सामान्य हो गई है। टैंकरों से भी पानी की आपूर्ति की गई। 11 स्थलों पर हुए लीकेज : मंगलवार शाम जीवनी मंडी रोड, लोहामंडी रोड, सिकंदरा से बोदला रोड, जयपुर हाउस रोड, न्यू आगरा से दयालबाग रोड, कमला नगर सी ब्लाक रोड, बल्केश्वर रोड, रामबाग रोड में 11 स्थलों पर लीकेज हुए। रात नौ बजे तक जल संस्थान की टीम ने सभी लीकेज की मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया। ज्योति कुंज में पानी न मिलने पर हंगामा, नारेबाजी

जासं, आगरा : कालिदी विहार स्थित ज्योति कुंज में सात माह से जलापूर्ति न होने और पानी के बिल मिलने से नाराज लोगों ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया। कालोनी परिसर में लोगों ने ठेकेदार लक्ष्मण सिंह और जल संस्थान के इंजीनियरों के खिलाफ नारेबाजी की। क्षेत्रीय निवासी लालता प्रसाद ने कहा कि ठेकेदार और जल संस्थान के इंजीनियरों की मनमानी से पानी नहीं मिल रहा है। हर दिन पानी खरीदना पड़ता है या फिर काफी दूरी से लाना पड़ता है। जल्द ही समस्या का समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। अंजली पाठक, सचिन कुमार, रचना, स्मिता उपाध्याय, गोलू अग्रवाल मौजूद रहे।

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