आगरा में बन गई 450 मीटर लंबी नजर, जानने के लिए पढ़ें

रामबाग की तरफ पहुंचा यमुना का पानी, अब तक की सबसे लंबी नहर, जल संस्थान ने एनएचएआइ की कार्यशैली पर जताई नाराजगी, नदी में पानी कम होने से बढ़ा पेयजल संकट

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 Dec 2018 06:00 AM (IST) Updated:Fri, 14 Dec 2018 06:00 AM (IST)
आगरा में बन गई 450 मीटर लंबी नजर, जानने के लिए पढ़ें
आगरा में बन गई 450 मीटर लंबी नजर, जानने के लिए पढ़ें

आगरा, जागरण संवाददाता। जल संस्थान की मुश्किलें और भी बढ़ गई हैं। यमुना नदी का जलस्तर तेजी से कम हो रहा है। जबकि तीसरे पुल के निर्माण के चलते यमुना का बहाव रामबाग की तरफ हो गया है। जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स के पंपों को पानी पहुंचाने के लिए 450 मीटर लंबी नहर बनाई गई है। अब तक की यह सबसे लंबी नहर है।

जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स से गुरुवार को 95 और एमबीबीआर प्लांट से 120 एमएलडी पानी की आपूर्ति हुई। जीवनी मंडी वाटरव‌र्क्स में पांच पंप हैं। पंपों द्वारा यमुना से पानी लिफ्ट किया जाता है। पंपों तक पानी पहुंचाने के लिए यमुना की तलहटी में लंबी नहर बनाई गई है। इसकी वजह यमुना का तेजी से गिरता जलस्तर है। वर्तमान में यह 480 फीट पर पहुंच चुका है। वहीं भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) द्वारा यमुना पर तीसरे पुल का निर्माण किया जा रहा है। इससे नदी का बहाव रामबाग की साइड हो गया है। इस पर जल संस्थान के अफसरों ने नाराजगी जताई है। बहाव वाटरव‌र्क्स की तरफ करने की मांग की है, जिससे पंपों तक आसानी से पानी पहुंच सके।

दर्जनभर क्षेत्रों में नहीं आया पानी

गुरुवार सुबह शहर के दर्जनभर क्षेत्रों में पानी नहीं आया। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शिकायतों के बाद भी जल संस्थान ने पानी के टैंकर नहीं भेजे।

सिर्फ 15 मिनट आ रहा पानी

शहर के कई क्षेत्रों में सिर्फ 10 से 15 मिनट पानी सुबह-शाम आ रहा है। अधिकांश क्षेत्र अशोक नगर, पचकुइयां, ताजगंज, राजा की मंडी के शामिल हैं।

इन क्षेत्रों में नहीं आया पानी

आवास विकास सेक्टर तीन से पांच, बेसन बस्ती, नया बांस, किशोरपुरा, गोकुलपुरा, अशोक नगर का कुछ हिस्सा, अहीरपाड़ा, घटिया आजम खां, बाग मुजफ्फरखां, तोता का ताल, बाग फरजाना व उसके आसपास।

यमुना का बहाव रामबाग की तरफ होने से पंपों को ठीक तरीके से पानी नहीं मिल पा रहा है। हर दिन नहर की खोदाई करानी पड़ती है। जलस्तर कम होने से और भी दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं।

आरएस यादव, महाप्रबंधक जल संस्थान

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