कोरोना की चेन तोड़ने को स्वैच्छिक बाजार बंदी
सोमवार को बंद रहेंगे कई प्रमुख थोक बाजार
आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर विकराल रूप धारण कर चुकी है। ऐसे में संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए दो दिन की साप्ताहिक बंदी शासन स्तर पर की गई है। सरकार के इस आदेश में शहर के व्यापारियों ने भी अपना सहयोग दिया है। उन्होंने संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए तीसरे दिन सोमवार को स्वैच्छिक बंदी की घोषणा कर दी है। शहर के कई बाजार सोमवार को भी बंद रहेंगे।
आगरा में कोरोना संक्रमण की चपेट में कई व्यापारी भी आ गए हैं। ऐसे में संक्रमण से बचाव को सराफा बाजार ने सबसे पहले साप्ताहिक बंदी के साथ सोमवार को स्वैच्छिक बाजार बंदी की घोषणा की थी। सराफा बाजार की पहल के बाद संजय प्लेस जूता मार्केट में भी इसमें शामिल होते हुए 24 अप्रैल तक स्वैच्छिक बाजार बंदी की घोषणा कर दी। इसके बाद लुहार गली व्यापार समिति ने भी दो दिन के साप्ताहिक बंदी के बाद सोमवार को भी बाजार बंद रखने का निर्णय लिया है। इसी तरह थोक कपड़ा बाजार में भी सोमवार को स्वैच्छिक बाजार बंदी रहेगी। रावतपाड़ा बाजार भी 26 अप्रैल को बंद रहेगा। प्रमुख बाजारों में सोमवार की बंदी होने से भीड़ नहीं होगी। इससे कोरोना संक्रमण रोकने में भी मदद मिलेगी। आगरा व्यापार मंडल के अध्यक्ष टीएन अग्रवाल का कहना है कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए कई बाजार कमेटियों ने सोमवार की स्वैच्छिक बाजार बंदी का निर्णय लिया है। एक्मा का दो मई तक स्वैच्छिक लाकडाउन
आगरा, जागरण संवददाता। बढ़ते कोरोना संक्रमण और अस्पतालों में बेड, आक्सीजन समेत अन्य संसाधनों की किल्लत से इलाज पाना भी मुश्किल हो रहा है। ऐसे में घर पर रहना है ही सुरक्षित है। इसी उद्देश्य से इंजीनियरिग कंपोनेंट मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन (एक्मा) ने अपनी फैक्ट्रियों को दो मई तक बंद रखने का फैसला लिया है।
एक्मा अध्यक्ष शलभ गर्ग और सचिव संजीव गर्ग ने बताया कि साप्ताहिक बंदी के कारण कोरोना की चेन टूटने की स्थिति बनी है। इसे देखते हुए संगठन ने तय किया है कि फाउंड्री नगर, नुनिहाई और रामबाग क्षेत्र के सभी कंपोनेंट फैक्ट्रियां सात दिन के स्वैच्छिक लाकडाउन पर रहेंगी। दो मई तक फैक्ट्रियों में संपूर्ण शटडाउन रहेगा। यह निर्णय संगठन ने अपने और परिवार के साथ कर्मचारियों के स्वास्थ्य हित को देखते हुए लिया है।
बैठक में लिया फैसला
संगठन के पूर्व अध्यक्ष अमित जैन ने बताया कि इस समय व्यापार से ज्यादा सुरक्षित रहने जरूरी है। इसलिए संगठन पदाधिकारियों ने रविवार को वर्चुअल बैठक कर साप्ताहिक बंदी के बाद यह हफ्ते भर की स्वैच्छिक बंदी की है।