जलापूर्ति न होने पर राज्यमंत्री के घर के बाहर हंगामा, लगाया जाम

क्षेत्रीय लोगों ने हसनपुरा-लोहामंडी रोड के निर्माण का रुकवाया काम चार माह से पेयजल की समस्या से परेशान हैं लोग टैंकरों से आपूर्ति हुई बंद नगर निगम और जल संस्थान के अफसरों के खिलाफ की नारेबाजी

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Nov 2021 11:30 PM (IST) Updated:Mon, 22 Nov 2021 11:30 PM (IST)
जलापूर्ति न होने पर राज्यमंत्री के घर के बाहर हंगामा, लगाया जाम
जलापूर्ति न होने पर राज्यमंत्री के घर के बाहर हंगामा, लगाया जाम

आगरा,जागरण संवाददाता। हसनपुरा और उसके आसपास के क्षेत्र में चार माह से पेयजल समस्या से लोग परेशान हैं। सप्ताह भर से टैंकरों से पानी मिलना भी बंद हो गया। इससे नाराज क्षेत्रीय लोगों ने सोमवार तीसरे पहर राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह के घर के बाहर हंगामा किया और हसनपुरा-लोहामंडी रोड पर जाम लगा दिया। महिलाओं ने बाल्टियां रोड पर रख दीं और नगर निगम और जल संस्थान के अफसरों के खिलाफ नारेबाजी की। हसनपुरा-लोहामंडी रोड के निर्माण का कार्य रुकवा दिया। जल संस्थान के इंजीनियरों ने 48 घंटे के भीतर पानी की लाइन चालू करवाने का दावा किया, तब तक टैंकरों से पानी भेजा जाएगा।

हसनपुरा क्षेत्र में तीस साल पुरानी पानी की लाइन है। चार माह पूर्व पानी का प्रेशर तेजी से कमजोर होने लगा। क्षेत्रीय लोगों ने इसकी शिकायत विधायक योगेंद्र उपाध्याय और पार्षद बंटी माहौर से की, लेकिन जल संस्थान की टीम ने लाइन की मरम्मत नहीं की। लगातार शिकायतें मिलने पर टैंकरों से पानी भेजना शुरू कर दिया गया। सप्ताह भर पूर्व टैंकर भी पहुंचना बंद हो गए। इससे क्षेत्रीय लोगों के सामने पेयजल संकट खड़ा हो गया। क्षेत्रीय लोग एक किमी दूरी से पानी लाने लगे। सोमवार तीसरे पहर चार बजे बड़ी संख्या में महिलाएं रोड पर आ गईं। महिलाएं राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह के घर के बाहर पहुंचीं। पानी की मांग पर अड़ गईं और बाल्टियां रखकर प्रदर्शन किया। नगर निगम और जल संस्थान के अफसरों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। सीढ़ी रखकर रोड जाम कर दिया फिर क्षेत्रीय लोग हसनपुरा-लोहामंडी रोड पर पहुंचे। इस रोड पर भी जाम लगा दिया। पार्षद बंटी माहौर ने महिलाओं को समझाने का प्रयास किया। महिलाएं पार्षद से भिड़ गईं। पार्षद ने जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव को छह बार फोन किया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा। मौके पर जूनियर इंजीनियर रणजीत कुमार पहुंच गए और 48 घंटे में लाइन चालू करवाने का आश्वासन दिया तब जाकर महिलाएं रोड से हटीं। जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव ने बताया कि लाइन की मरम्मत के आदेश दिए गए हैं। टैंकरों से पानी भेजा जाएगा। पांच दिन में लाइन चालू न होने पर होगा घेराव : राजनगर के पार्षद बंटी माहौर का कहना है कि जल संस्थान के जूनियर इंजीनियर रणजीत कुमार ने 48 घंटे में पानी की लाइन को चालू करने का आश्वासन दिया है, लेकिन उनके स्तर से पांच दिन की मोहलत दी गई है। समस्या का समाधान न होने पर छठवें दिन जल संस्थान के महाप्रबंधक आरएस यादव का घेराव किया जाएगा और छह दिसंबर से जीवनी मंडी कार्यालय में भूख हड़ताल पर बैठेंगे। कम मिला गंगाजल, पूरे शहर में लड़खड़ाई जलापूर्ति

क्रासर : पालड़ा झाल बुलंदशहर से 180 एमएलडी मिला गंगाजल, आज शाम से अधिक मिलने की उम्मीद

- पूरी क्षमता से चलाया गया एमबीबीआर प्लांट

जासं, आगरा : शहर की जलापूर्ति में सुधार नहीं हो रहा है। सोमवार को पालड़ा झाल बुलंदशहर से कम गंगाजल मिलने के कारण पूरे शहर की जलापूर्ति लड़खड़ा गई। 180 एमएलडी गंगाजल मिला। कहीं पानी नहीं पहुंचा तो कहीं पानी का प्रेशर कमजोर रहा। इससे लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नगर निगम और जल संस्थान कार्यालय में 150 फोन पहुंचे। वहीं, सिकंदरा स्थित एमबीबीआर प्लांट को पूरी क्षमता से चलाया गया। मंगलवार शाम से शहर को पर्याप्त गंगाजल मिलने की उम्मीद है।

पालड़ा झाल से आगरा को हर दिन 350 एमएलडी गंगाजल मिलता है। सिचाई विभाग ने इसे घटाकर 200 एमएलडी कर दिया है। सोमवार को 180 एमएलडी गंगाजल मिला। इसमें 120 एमएलडी जीवनी मंडी और 60 एमएलडी सिकंदरा स्थित गंगाजल प्लांट में भेजा गया। शोधन के बाद 160 एमएलडी गंगाजल और 120 एमएलडी यमुना जल की आपूर्ति की गई। जल संस्थान के एक अधिकारी ने बताया कि मंगलवार सुबह भी शहर में पेयजल संकट रहेगा।

chat bot
आपका साथी