उम्र महज 15 साल, खुद के हुनर से तैयार की बेवसाइट

अपने अनुभव को ही बनाया अपने आइडिया का आधार किसी से मदद न मिली तो खुद जानकारी जुटाकर कर डाली कोडिग

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 05:50 AM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 05:50 AM (IST)
उम्र महज 15 साल, खुद के हुनर से तैयार की बेवसाइट
उम्र महज 15 साल, खुद के हुनर से तैयार की बेवसाइट

आगरा, जागरण संवाददाता। पूत के पांव पालने में दिखाई दे जाते हैं, कहावत भले पुरानी है, लेकिन इसे चरितार्थ कर दिखाया है दिल्ली पब्लिक स्कूल के विद्यार्थी 15 वर्षीय मेहुल श्रीवास्तव ने। उन्होंने अपने दम पर बिना किसी मदद के एक वेबसाइट तैयार की है।

बेवसाइट जेएसटीएसईगुरु डाट इन (www.द्भह्यह्लह्यद्गद्दह्वह्मह्व.द्बठ्ठ) के माध्यम से नौवीं कक्षा तक के विद्यार्थी बिना कहीं जाए, घर पर रहकर ही कोचिग ले सकते हैं।

वरिष्ठ न्यूरो सर्जन डा. रविद्र श्रीवास्तव के छोटे पुत्र मेहुल ने बताया कि पिछले साल उन्हें प्रदेश सरकार द्वारा कराई जाने वाली एक परीक्षा की तैयारी करनी थी, लेकिन तैयारी करने के लिए कहीं से कोई मदद या कोचिग नहीं मिल पाई। इसके बाद उन्होंने घर पर रहकर खुद ही तैयारी की और उसमें सफलता भी प्राप्त की। परीक्षा में मिली सफलता के बाद विचार आया कि उनकी तरह ढेरों विद्यार्थी होंगे, जो बिना उचित मार्गदर्शन व कोचिग के सफलता नहीं पाते होंगे। बस तभी उन्होंने इस बेवसाइट को बनाने का निर्णय लिया, ताकि विद्यार्थी घर बैठे बेहतरीन कोचिग ले सकें।

नहीं मिली कोई मदद

बेवसाइट तैयार करने के लिए उन्हें कहीं से कोई सहयोग नहीं मिला। तब उन्होंने खुद मेहनत की और खुद ही जानकारी जुटाकर बेवसाइट बना डाली। यहां तक कि बेवसाइट तैयार करने में प्रयोग होने वाली कोडिग भी उन्होंने खुद ही तैयार की। यही कारण है कि विद्यार्थियों के बीच उनकी बेवसाइट चर्चा का विषय बनी हुई है और तमाम विद्यार्थी उसका लाभ भी ले रहे हैं।

सपना देखो और सच करो

मेहुल के पिता डा. रविद्र श्रीवास्तव का कहना है कि सपने किसी मदद के मोहताज नहीं होते। इसलिए मदद मिलने का इंतजार मत कीजिए। सपने साकार करने हैं तो खुद सच करें। मेहुल ने बेवसाइट का सपना देखा और साकार भी किया, जिसकी हमें काफी खुशी है।

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