सिर्फ कोरोना संक्रमण से ही नहीं, जान भी बचाएगी वैक्सीन

दैनिक जागरण की वैक्सीनेशन जागरुकता वेबिनार सीएमओ डा. आरसी पांडेय ने दूर की शंकाएं वैक्सीनेशन मास्क और शारीरिक दूरी है कोरोना को हराने का हथियार

By JagranEdited By: Publish:Tue, 01 Jun 2021 09:10 PM (IST) Updated:Tue, 01 Jun 2021 09:10 PM (IST)
सिर्फ कोरोना संक्रमण से ही नहीं, जान भी बचाएगी वैक्सीन
सिर्फ कोरोना संक्रमण से ही नहीं, जान भी बचाएगी वैक्सीन

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के मामले कम जरूर हुए हैं, लेकिन अभी संकट बरकरार है। हर पात्र व्यक्ति वैक्सीनेशन अवश्य कराए। मास्क और शारीरिक दूरी की अनिवार्यता हमें पूरी तरह सुरक्षित रखेगी। वैक्सीनेशन बचाव के लिए जरूरी है, तो सावधानी पूर्ण सुरक्षा की गारंटी है। यह कहना है मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरसी पांडेय का। यह बात उन्होंने सोमवार को दैनिक जागरण के वैक्सीनेशन जागरूकता वर्चुअल कार्यक्रम में कही।

उनका कहना था कि 18 से अधिक की आयु के सभी लोग वैक्सीनेशन अवश्य कराएं। कोविड-19 के इलाज का कोई पुराना रिकार्ड उपलब्ध नहीं, रिसर्च यही बताती हैं कि मास्क, शारीरिक दूरी और वैक्सीनेशन, तीनों को एक साथ अमल में लाकर संक्रमण को रोका जा सकता है। वेबिनार में सीए इंस्टीट्यूट की सेंट्रल इंडिया चार्टर्ड एकाउंटेंट्स स्टूडेंट्स एसोसिएशन (सिकासा) आगरा शाखा के अध्यक्ष सीए राकेश अग्रवाल व सीए विद्यार्थी शामिल हुए।

तीसरी लहर से करेगी बचाव

सीएमओ ने बताया कि जानकार तीसरी लहर की चेतावनी दे रहे हैं, जिससे सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को है। इसलिए समय से वैक्सीन लगवाना सभी के लिए जरूरी है। इसके बाद भी किसी कारण से आप दोबारा संक्रमित हो भी गए, तो खतरा बेहद कम होगा और जान का संकट टाला जा सकता है। जरूरत के हिसाब से केंद्र व प्रदेश सरकार जरूरी नियमों में बदलाव कर रही है। जल्द ही अभिभावक स्पेशल टीकाकरण अभियान भी शुरू होगा, जिसमें 12 साल से कम के बच्चों वाले अभिभावकों के वैक्सीन लगाई जाएगी क्योंकि बच्चे संक्रमित हुए, तो छोटे बच्चों की देखभाल अभिभावकों ही कर पाएंगे, ऐसे में यदि वह संक्रमित भी हुए, तो ज्यादा नुकसान नहीं होगा। सवाल-जवाब

सवाल: कोरोना वैक्सीन लगाने से क्या इम्यूनिटी प्रभावित होती है। किस तरह की समस्याएं आ सकती है।

सीए राकेश अग्रवाल, शाखा अध्यक्ष सिकासा।

जवाब: वैक्सीनेशन से इम्यूनिटी प्रभावित नहीं होती, बल्कि कुछ दिन बाद एंटीबाडी बनने से शरीर की कोरोना के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है, इसलिए वैक्सीनेशन जरूरी है। सवाल: वैक्सीनेशन को लेकर तमाम भ्रांति हैं, उससे थोड़ा डर लग रहा है। क्या इसके कोई दुष्प्रभाव हैं?

अर्चना अग्रवाल, टैक्स प्रोफेशनल।

जवाब: शुरुआत में कुछ प्रभाव जरूर नजर आए थे, जिनमें बुखार आना, ब्लड क्लाट बनना आदि शामिल था। अब घबराने की बात नहीं। यह पोलियो आदि की वैक्सीन की तरह ही सामान्य है। बुखार आ सकता है, लेकिन घबराएं नहीं, पैरासीटामोल ले सकते हैं। गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, तो चिकित्सक की सलाह जरूर लें। सवाल: वैक्सीन का स्लाट कैसे बुक कराएं। क्या स्लाट के लिए इंतजार करना होगा?

साहिल मित्तल, सीए विद्यार्थी।

जवाब: सरकार 18 प्लस के युवाओं के लिए रविवार को वैक्सीनेशन स्लाट खुलेंगे। अपना स्लाट बुक कराकर निर्धारित केंद्र पर जाएं। आपका नंबर आसानी से आ जाएगा, स्लाट के हिसाब से इंतजार नहीं करना होगा।

सवाल: लोगों पर फोन न हो तो वह कैसे रजिस्ट्रेशन कराएं।

रचित, सीए विद्यार्थी।

जवाब: वैक्सीनेशन के रजिस्ट्रेशन रविवार सुबह 10 बजे से खुलेंगे। एक फोन से 20 से अधिक लोग भी रजिस्ट्रेशन भी करा सकते हैं। पहले चार लोगों की सीमा थी। ग्रामीण क्षेत्रों में स्लाट आसानी से मिल रहे हैं, तो वहां जाकर भी वैक्सीनेशन करा सकते हैं।

सवाल: कोविशिल्ड, कोवैक्सीन या स्पूतनिक। कौन सी वैक्सीन ज्यादा कारगर है?

रुपाली, सीए विद्यार्थी।

जवाब: तीनों ही वैक्सीन कारगर है। सिर्फ मियाद में फर्क है। सिर्फ वैक्सीन लगवाने से काम नहीं चलेगा। साथ में मास्क और शारीरिक दूरी का पालन भी अनिवार्य है। अन्य सुझाव

- वैक्सीन फिलहाल स्थायी समाधान नहीं, कुछ महीने या साल का वैकल्पिक इंतजाम है। संभव है इसके बूस्टर डोज भी लगवाने पड़ें।

- कुछ देशों ने मास्क की अनिवार्यता हटा ली है, जो गलत है। ऐसा करना फिलहाल ठीक नहीं, दोबारा संक्रमण फैलने की आशंका रहेगी, मास्क और दो गज की दूरी जरूरी है।

- परीक्षा से पहले विद्यार्थी भी पंजीकरण कराकर वैक्सीनेशन कराएं। सुरक्षा के लिए जरूरी है।

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