इस साल नहीं पूरा होगा हाईवे का चौड़ीकरण
वर्ष 2012 में शुरू हुआ था कार्य अब तक आठ बार बढ़ चुकी है तारीख मार्च 2022 तय की गई है हाईवे को छह लेन करने की
आगरा, जागरण संवाददाता। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) मथुरा खंड के अफसरों की लापरवाही के चलते दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे छह लेन नहीं हो सका है। यह कार्य वर्ष 2012 में शुरू हुआ था, जो 2017 तक पूरा होना था। अब तक आठ बार चौड़ीकरण की तारीख को बढ़ाया जा चुका है, जबकि अब नई तारीख मार्च 2022 तय की गई है। अभी तक हाईवे का चौड़ीकरण 90 फीसद पूरा हुआ है। शुरुआत ही रही धीमी :
नेशनल हाईवे-19 के चौड़ीकरण की धीमी शुरुआत हुई है। एक साल में महज दस फीसद ही कार्य हुआ था। इसी के चलते चौड़ीकरण का कार्य रफ्तार नहीं पकड़ सका है। नेशनल हाईवे-19 का चौड़ीकरण एक नजर में
- दिल्ली से आगरा की दूरी दोनों तरफ से 396 किमी है। यानी एक तरफ की दूरी 198 किमी है।
- हाईवे को छह लेने करने की लागत दो हजार करोड़ रुपये थी।
- हाईवे में खंदारी, सुल्तानगंज की पुलिया, वाटरवर्क्स फ्लाईओवर का निर्माण हो चुका है।
- आइएसबीटी के सामने फ्लाईओवर निर्माणाधीन है। अक्टूबर में वाटरवर्क्स से रुनकता की पहली लेन चालू होगी जबकि नवंबर में रुनकता से वाटरवर्क्स की दूसरी लेन चालू होगी।
- वर्ष 2017 से अगस्त 2021 के बीच सात बार चौड़ीकरण की अंतिम तारीख को बढ़ाया जा चुका है। सितंबर में आठवीं बार तारीख बढ़ाई गई है। यह मार्च 2022 हो गई है।
- सिकंदरा सब्जी मंडी की पुलिया अभी तक चालू नहीं हुई है।
- सिकंदरा सब्जी मंडी अंडरपास की रुनकता से वाटरवर्क्स की दूसरी लेन एक माह से बंद है।
- वर्ष 2012 से 2021 तक छह परियोजना निदेशक का तबादला हो चुका है। - नेशनल हाईवे-19 के छह लेन का कार्य तेजी से पूरा कराने के आदेश दिए गए हैं। जल्द ही एनएचएआइ मथुरा खंड के अफसरों के साथ बैठक की जाएगी।
प्रभु एन सिंह, डीएम