रद होगी यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा, बोर्ड ने मांगे विद्यार्थियों के अंक

बोर्ड सचिव ने दिए छमाही और प्री-बोर्ड के अंक बोर्ड वेबसाइट पर अपलोड करने के निर्देश20 मई तक करने होंगे अपलोड लापरवाही पर जिला विद्यालय निरीक्षक होंगे जिम्मेदार

By JagranEdited By: Publish:Wed, 19 May 2021 05:25 AM (IST) Updated:Wed, 19 May 2021 05:25 AM (IST)
रद होगी यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा, बोर्ड ने मांगे विद्यार्थियों के अंक
रद होगी यूपी बोर्ड हाईस्कूल की परीक्षा, बोर्ड ने मांगे विद्यार्थियों के अंक

आगरा, जागरण संवाददाता। लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) हाईस्कूल की परीक्षा 2021 भी रद हो सकती है। यूपी बोर्ड सीबीएसई की तरह छमाही और प्री-बोर्ड परीक्षा के आधार पर हाईस्कूल का परिणाम तैयार कर सकता है। बोर्ड द्वारा विद्यालयों से मांगे गए विद्यार्थियों के छमाही और प्री-बोर्ड परीक्षा के अंक कुछ इसी तरफ इशारा कर रहे हैं। एकदम से आए आदेश के बाद से शिक्षकों, प्रधानाचार्यों व विद्यालय संचालकों में खलबली है।

उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव दिव्यकांत शुक्ल जिला विद्यालय निरीक्षक को आदेश भेजा है कि वर्ष 2021 की हाईस्कूल के विद्यार्थियों के छमाही व प्री-बोर्ड परीक्षा के प्राप्तांक व पूर्णांक परिषद की वेबसाइट यूपीएमएसपी डाट ईडीयू डाट इन पर 20 मई की शाम तक अपलोड करें, पहले इसे 18 मई तक पूरा करना था। ऐसा शीर्ष वरियता के साथ किया जाए।

जिला विद्यालय निरीक्षक होंगे जिम्मेदार

यूपी बोर्ड से संबद्ध जिले के सभी माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को तत्काल निर्देशित कर उक्त सूचनाएं अनिवार्य रूप से परिषद की वेबसाइट पर अपलोड कराएं। सूचना वेबसाइट पर अपलोड नहीं होने पर जिला विद्यालय निरीक्षक सीधे तौर पर उत्तरदायी होंगी। इसमें कोई शिथिलता न बरती जाए।

19 तक का दिया समय

बोर्ड सचिव का आदेश मिलते ही जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार ने जिले के सभी राजकीय, सहायता प्राप्त व वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि वह विद्यार्थियों के अंक 19 मई दोपहर तीन बजे तक तत्काल रूप से अपलोड कराएं। उन्होंने प्रधानाचार्यों से अपील की है कि विद्यार्थियों के अ‌र्द्धवार्षिक व प्रीबोर्ड परीक्षा के प्राप्त अंकों को अपलोड करने से पहले विद्यालय विषयवार पूर्णांक अंकों का विवरण अपलोड करें। यदि परीक्षा पूर्णांक अंक 70 हैं, तो उन्हें 70 भरे, यदि 100 है, तो 100 अंक भरें। पूर्णांक अंक केवल एक बार ही भरना है, उसके बाद प्रत्येक विद्यार्थी के प्राप्तांक भरें।

प्रधानाचार्यों व संचालकों में नाराजगी

प्रधानाचार्य परिषद के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. यतेंद्र पाल सिंह का कहना है कि वर्तमान समय में विद्यालय बंद है, शिक्षक बाहरी जिलों के रहने वाले है, इसलिए घरों को चले गए हैं। अंक विद्यालय में उनकी अलमारियों में बंद है। ऐसे में इतने कम समय में अंक लेकर उपलब्ध कराना आसान नहीं होगा। बोर्ड को इसके लिए पर्याप्त समय देना चाहिए, नहीं तो मेधावी विद्यार्थियों के साथ गलत होने की आशंका बनी रहेगी।

श्रीराम-कृष्ण इंटर कालेज के प्रधानाचार्य सोमदेव सारस्वत का कहना है कि समय बहुत कम दिया गया है। इससे अंक अपलोड करने में व्यावहारिक दिक्कतें भी आएंगी। अंक विद्यालयों ने सही भरे है या मनमानी से, इसे जांचने की कोई व्यवस्था नहीं है। इन सवालों पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।

बढ़ाई जाए अंतिम तिथि

उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ पांडेय गुट के युवा प्रकोष्ठ प्रदेश अध्यक्ष डा. भोज कुमार शर्मा ने मांग की है कि अंक अपलोड करने की अंतिम तिथि 20 की जगह 25 मई की जाए। उनका कहना है कि तरह अंक अपलोड कराना अव्यवहारिक है और विद्यार्थियों के हित में भी नहीं होगा क्योंकि तमाम विद्यार्थियों ने छमाही और प्री-बोर्ड परीक्षाएं गंभीरता से नहीं दीं।

यह है जिले की स्थिति

वर्ष 2021 की हाईस्कूल परीक्षा में जिले से 65095 बतौर संस्थागत और 111 ने बतौर व्यक्तिगत विद्यार्थी आवेदन किया है।

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