मानकों के विपरीत बनाए परीक्षा केंद्र

अप्सा प्रदेश अध्यक्ष ने एडीएम सिटी से की शिकायत यूपीपीएससी की आरओ-एआरओ परीक्षा समेत प्रतियोगिता परीक्षा के लिए केंद्र बनाने में की मनमानी

By JagranEdited By: Publish:Sat, 04 Dec 2021 10:14 PM (IST) Updated:Sat, 04 Dec 2021 10:14 PM (IST)
मानकों के विपरीत बनाए परीक्षा केंद्र
मानकों के विपरीत बनाए परीक्षा केंद्र

आगरा, जागरण संवाददाता। रविवार को उप्र लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) की परीक्षा है। इसमें शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को अपने परीक्षा केंद्र तलाशने के लिए परेशान होना पड़ेगा क्योंकि शिक्षा विभाग ने मनमानी कर मानकों को ताक पर रखकर नगर क्षेत्र सीमा से बाहर के विद्यालयों को भी केंद्र बना दिया।

आल प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (अप्सा) के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सक्सेना ने एडीएम सिटी अंजनी कुमार सिंह से यह शिकायत की है। उनका कहना है कि पिछले पांच-छह महीनों से जिले में प्रतियोगी परीक्षा के लिए केंद्र मानकों के विपरीत बनाए जा रहे हैं। मानक हैं कि केंद्र शहरी सीमा व मुख्यालय से पांच से आठ किमी की दूरी तक ही बनाने चाहिए, जिससे बाहरी परीक्षार्थियों को केंद्रों तक पहुंचने में दिक्कत न हो। लेकिन जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय के परीक्षा पटल बाबू ने शहर में स्थित ख्याति प्राप्त विद्यालयों की अनदेखी कर देहात (ग्रामीण) क्षेत्र के विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बना दिया है। शहर से कई किमी दूर बनाए केंद्र

एक दो नहीं, बल्कि डेढ़ दर्जन से अधिक केंद्र शहर से काफी दूर होने पर बी केंद्र बना दिए गए है। इनमें लखनऊ एक्सप्रेव वे, बिल्हेनी, कबीस स्थित बीआरआइ इंटर कालेज, नरीपुरा, धनौली स्थित ज्ञान सिंह इंटर कालेज, सिरौली रोड, धनौली स्थित सेंटा क्लाज इंटर कालेज, छलेसर, कुबेरपुर स्थित एसडी भदावर पीजी कालेज, सिरौली रोड, धनौली स्थित मदर आरडी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, बजरंग नगर, टेढ़ी बगिया स्थित न्यू सेंट कारनेड इंटर कालेज, नगला अमोठी, राम नंगर खंदौली, ताज एक्सप्रेस वे के पास स्थित कैलाश स्मारक इंटर कालेज आदि शामिल हैं।

जो देता है सुविधा शुल्क, पाता है लाभ

आरोप है कि ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों को केंद्र बनाने के एवज में 15 से 20 हजार रुपये सुविधा शुल्क लिया गया, जिसने जेब गर्म कर दी, उनके नाम कार्यालय से प्रशासन को अनुमोदित कर दिए और जिसने नहीं दिए, उनके नाम सूची से हटा दिए गए। जांच के दिए आदेश

शिकायत मिलने पर एडीएम सिटी ने भरोसा दिलाया है कि शिकायत सही मिलने पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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