सुभाष पार्क में जाम छलकने पर कर्मचारी जैशिव सिंह निलंबित

टिकटों में की जा रही थी हेराफेरी एडीए उपाध्यक्ष की गोपनीय जांच में खुली पोल सहायक अभियंता पंकज शर्मा और अवर अभियंता राजकपूर से स्पष्टीकरण तलब

By JagranEdited By: Publish:Tue, 27 Jul 2021 11:04 PM (IST) Updated:Tue, 27 Jul 2021 11:04 PM (IST)
सुभाष पार्क में जाम छलकने पर कर्मचारी जैशिव सिंह निलंबित
सुभाष पार्क में जाम छलकने पर कर्मचारी जैशिव सिंह निलंबित

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) अफसरों की लापरवाही के चलते एमजी रोड स्थित सुभाष पार्क में जाम छलकते हैं। बुकिग विडो में बाहरी लोग बैठते हैं। यहां तक बिना टिकट के लोगों को प्रवेश दिया जाता है। टिकटों में हेराफेरी की जा रही है। इन शिकायतों की जांच सही मिलने पर एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया ने कर्मचारी जैशिव सिंह को निलंबित कर दिया है। चेतावनी देने के बाद भी कर्मचारी की कार्यशैली में कोई सुधार नहीं आ रहा था। कर्मचारी को प्रधान कार्यालय से संबद्ध किया गया है। वहीं सहायक अभियंता पंकज शर्मा और अवर अभियंता राजकपूर से सात दिनों के अंदर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। एडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि सुभाष पार्क और जोनल पार्क पर लगातार नजर रखी जा रही है।

राजस्व में आ रही थी कमी : सुभाष पार्क से एडीए को हर साल पांच लाख रुपये का राजस्व मिलता है। वर्तमान में राजस्व में तेजी से कमी आ रही थी। जिस पर एडीए उपाध्यक्ष ने कई लोगों को पार्क में भेजा। इन लोगों ने आकर उपाध्यक्ष को रिपोर्ट दी जिसमें कर्मचारी जैशिव सिंह को दोषी पाया गया।

मिली राहत, खाते में रकम पहुंचनी शुरू

जासं, आगरा : एक माह पूर्व एडीए में भूखंड और दुकान के लिए आवेदन करने वाले लोगों को मंगलवार दोपहर राहत मिली। जब 200 लोगों के बैंक खाता में 50 हजार से लेकर पांच लाख रुपये तक पहुंचे। वहीं, 59 आवेदनकर्ताओं के खाते में बुधवार को रकम पहुंच जाएगी।

एडीए ने एक माह पूर्व 100 संपत्तियों का विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। बिड सिस्टम से 45 संपत्तियों की बिक्री हो गई। एडीए ने आवेदन के दौरान कुल प्लाट की रकम की दस फीसद धनराशि जमा कराई थी। एडीए के खाते में छह करोड़ रुपये जमा हुए थे। नियमानुसार भूखंड न मिलने पर रकम की तुरंत वापसी होनी चाहिए लेकिन एक माह तक इसे खाते में रखा गया। इसकी शिकायत एडीए उपाध्यक्ष डा. राजेंद्र पैंसिया से की गई थी। उपाध्यक्ष ने वित्त नियंत्रक सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठी को 255 लोगों को बकाया रकम लौटाने के आदेश दिए। लोगों को पहली किस्त मंगलवार को मिली।

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