संक्रमित शिक्षकों की लगाई मतगणना में ड्यूटी
मतदान के बाद से बीमार कई शिक्षक दोबारा ड्यूटी लगने से हलकान आंखें मूंदकर ड्यूटी आवंटन का लगाया जा रहा है आरोप
आगरा, जागरण संवाददाता। पंचायत चुनाव की मतगणना के लिए प्रशासन तैयारियों में जुटा है। सभी विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी भेज दी गई है। लेकिन इसमें ऐसे कई परिषदीय और माध्यमिक शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई है, जो स्वयं संक्रमित हैं या पिछले कई दिनों से बीमार हैं। हरीपर्वत स्थित एमडी जैन इंटर कालेज के एक-दो को छोड़कर सभी शिक्षकों की मतगणना में ड्यूटी लगा दी है, जबकि वहां के शिक्षक डा. अमित सिंह, वाइपी सिंह, डा. संजीव अग्रवाल कोरोना संक्रमित हैं। अन्य शिक्षक भी बुखार व अन्य परेशानियों के कारण होम-आइसोलेट हैं। वहीं जनता इंटर कालेज, फतेहाबाद के सहायक अध्यापक श्रीकृष्ण सिंह संक्रमित हैं। सिकंदरा स्थित स्टूवर्ट वार्ड हायर सेकेंडरी स्कूल में सहायक अध्यापक मनोज विश्वानी संक्रमित हैं। घर में पत्नी और बच्चे बीमार हैं। ऐसे में उनकी भी दोबारा ड्यूटी आ गई है। प्रवक्ता डा. सिद्धार्थ सिंह भी कई दिनों से बीमार है, लेकिन दोबारा ड्यूटी आने से परेशान हैं। पिता की मौत, मां और शिक्षक कोरोना संक्रमित एमडी जैन इंटर कालेज के शिक्षक डा. अमित सिंह पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पिता का निधन बुधवार को हार्टअटैक से हो गया। मां और वह खुद कोरोना संक्रमित हैं, अस्पताल में भर्ती हैं। भाई हाई-डाइबटिक हैं। ऐसे में मां और उनकी देखभाल कौन करेगा? पिता का अंतिम संस्कार कौन करेगा? स्वजन समझ नहीं पा रहे। मतगणना ड्यूटी भी आ गई है। शिक्षकों में आक्रोश
संक्रमण के बावजूद दोबारा ड्यूटी आने से शिक्षक आक्रोशित हैं। उनका कहना है कि इससे उनका और परिवार का जीवन संकट में आ जाएगा। शिक्षक प्रशांत पाठक का कहना है कि मतदान कराकर लौटने के बाद से 80 वर्षीय मां, पत्नी, बेटे के साथ खुद बुखार से पीड़ित हूं। जैसे-तैसे थोड़ी स्थिति सुधरी, तो अब मतगणना ड्यूटी आ गई। खुद की या स्वजन की तबीयत बिगड़ी तो कौन जिम्मेदारी लेगा? क्योंकि अब तो अस्पतालों में इलाज तक नहीं मिल पा रहा। बहिष्कार के लिए हो रहे विवश माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट के जिलाध्यक्ष डा. अजय शर्मा का कहना है कि इन हालात में मतगणना कराकर शासन और प्रशासन हमें मतगणना बहिष्कार के लिए विवश कर रहा है। इसे स्थगित करना ही एकमात्र विकल्प है।