स्कूलों की मनमानी की शिकायत करें, तीन दिन में होगा निस्तारण

अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने जारी किए विस्तृत दिशा-निर्देश संक्रमित विद्यार्थियों को अगले वर्ष परीक्षा देने पर भी मिलेगा पुराने सत्र का लाभ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 31 May 2021 05:35 AM (IST) Updated:Mon, 31 May 2021 05:35 AM (IST)
स्कूलों की मनमानी की शिकायत करें, तीन दिन में होगा निस्तारण
स्कूलों की मनमानी की शिकायत करें, तीन दिन में होगा निस्तारण

आगरा, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के कारण उप्र माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) की हाईस्कूल परीक्षा रद हो चुकी है। संक्रमित होने के कारण यदि इंटर का विद्यार्थी जुलाई में प्रस्तावित परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता, तो उसे अगले वर्ष की परीक्षा में शामिल होने का मौका मिलेगा, लेकिन शैक्षिक वर्ष 2021 ही माना जाएगा। वही स्कूलों की शिकायत तीन दिन में निस्तारित की जाएगी। ऐसे ही तमाम महत्वपूर्ण दिशा निर्देश अपर मुख्य सचिव आराधना शुक्ला ने जारी किए।

इसमें कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा वर्ष 2021 के साथ कक्षा छह, सात, आठ, नौ और 11वीं के विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने की जानकारी विस्तार से दी गई है। इनके अनुपालन के जिम्मेदारी जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) को सौंपी गई है, जबकि निर्देशों के अनुपालन की जिम्मेदारी व मानिटरिग मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक (जेडी) को सौंपी गई है।

डेढ़ घंटे की परीक्षा

मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक डा. मुकेश अग्रवाल ने बताया कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा 2021 निरस्त कर दी गई है। इसके विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत किया जाएगा, प्रोन्नति के लिए विस्तृत प्रक्रिया बोर्ड व शिक्षा निदेशक जल्द ही जारी करेंगे। वहीं इंटर की परीक्षा जुलाई 2021 के दूसरे सप्ताह में कोविड-19 से बचाव के सभी प्रोटोकाल व शारीरिक दूरी का पालन करते हुए कराई जाएगी। इंटर की परीक्षा तीन घंटे की जगह डेढ़ घंटे की होगी। पांच की जगह विद्यार्थियों को तीन प्रश्नों का उत्तर देना होगा। संक्रमित होने की स्थिति में परीक्षा में शामिल न होने पाने वाले विद्यार्थियों को करें प्रोन्नत

अपर मुख्य सचिव ने महानिदेशक स्कूल शिक्षा के पुराने निर्देश का हवाला देकर कक्षा एक से आठवीं तक के सभी विद्यार्थियों के अगली कक्षा में प्रोन्नत करने के निर्देश दिए। वहीं यूपी व अन्य बोर्ड के कक्षा नौवीं और 11वीं के विद्यार्थियों को वार्षिक परीक्षाफल के आधार पर अगली कक्षा में प्रोन्नत करने, जिन विद्यालयों में वार्षिक परीक्षा नहीं हुई, वहां वर्षभर हुए आंतरिक मूल्यांकन आधार पर अगली कक्षा में प्रोन्नत करने और आंतरिक मूल्यांकन भी उपलब्ध न होने पर सामान्य रूप से विद्यार्थियों को अगली कक्षा में प्रोन्नत करने और संबंधित बोर्ड के विशेष निर्देश भी अमल में लाने के निर्देश दिए। तीन दिन में होगा शिकायतों का निस्तारण

डीआइओएस मनोज कुमार ने बताया कि कक्षा छह, सात, आठ, नौ, 10 और 11वीं में प्रोन्नत विद्यार्थियों या अभिभावकों की कोई शिकायत है, तो वह जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला शुल्क नियामक समिति के समक्ष कर सकते हैं। समिति तीन दिन में शिकायतकर्ता का पक्ष सुनकर मामला निस्तारित करेगी।

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