आगरा में रहते हैं तो खुश हो जाइये, ऑक्‍सफोर्ड इको‍नोमिक्‍स की रिसर्च ने दी जानिये क्‍या खुशखबरी

ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स की ग्लोबल सिटीज रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर के शहरों में आर्थिक ग्रोथ के साथ होगा आगरा दूसरे नंबर पर।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Mon, 10 Dec 2018 12:58 PM (IST) Updated:Mon, 10 Dec 2018 12:58 PM (IST)
आगरा में रहते हैं तो खुश हो जाइये, ऑक्‍सफोर्ड इको‍नोमिक्‍स की रिसर्च ने दी जानिये क्‍या खुशखबरी
आगरा में रहते हैं तो खुश हो जाइये, ऑक्‍सफोर्ड इको‍नोमिक्‍स की रिसर्च ने दी जानिये क्‍या खुशखबरी

आगरा कुलदीप सिंह। ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स की ग्लोबल सिटीज रिसर्च रिपोर्ट के हालिया आंकड़ों से शहर के लोग खुश हैं। लेकिन इस खुशी के लिए सभी को सामूहिक प्रयास करने होंगे। इनमें जनप्रतिनिधियों की सबसे अहम भूमिका होगी।

वर्तमान समय में जिले की सभी नौ विधानसभा सीटों के साथ लोकसभा की दोनों सीटों पर भाजपा का कब्जा है। शहर के मेयर भी भारतीय जनता पार्टी से हैं। राज्य और केन्द्र में भाजपा की सरकार होने से लोगों को अधिक अपेक्षाएं हैं। शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए अभी से प्रयास शुरू करने होंगे। दो साल से शहर के विकास का पहिया पूरी तरह थम चुका है। बड़े प्रोजेक्ट पर रोक लगी हुई है। इसके लिए शहर के औद्योगिक संगठन समय-समय पर जनप्रतिनिधियों के समक्ष अपनी समस्या उठा चुके हैं। अभी तक इसका हल नहीं निकल सका है।

कहां अटका है विकास का पहिया

-पर्यावरण मंत्रालय ने 2016 में टीटीजेड क्षेत्र में तदर्थ रोक लगा विकास का पहिया पूरी तरह रोक दिया। इसके बाद न तो शहर में कोई नया उद्योग लग पा रहा है और न ही उसका विस्तार हो रहा है। दूसरी तरफ ताज संरक्षण के लिए बना विजन डॉक्यूमेंट भी उद्योगों के लिए ग्र्रहण बना हुआ है। तदर्थ रोक के लिए केन्द्र सरकार स्तर पर प्रयास कर उद्योगों को राहत मिल सकती है।

ये बनेंगे विकास के सारथी

- यमुना एक्सप्रेस-वे

- लखनऊ एक्सप्रेस-वे

- डिफेंस कॉरिडोर

- बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे

क्या है ताजा रिपोर्ट

ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स की ग्लोबल सिटीज रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार दुनिया भर के शहरों में आने वाले 17 सालों में 8.58 फीसद सालाना औसत आर्थिक ग्रोथ के साथ आगरा दूसरे नंबर पर होगा।

कितना बड़ा है शहर का उद्योग

उद्योग - यूनिट

फाउंड्री - 131

डीजल इंजन और जेनरेटर - 160

कोल्ड स्टोर और फूड प्रोसेसिंग - 92

फुटवेयर एंड कांपोनेंट - 264

साइंटिफिक एंड सर्जिकल एप्लाइंसेज - 144

ट्रेडर्स- 255

होटल - 123

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्रीकल्स - 72

प्लास्टिक एंड रबर - 110

प्रिंटर्स एंड पब्लिशर्स - 81

रीयल ईस्टेट - 47

सर्विस प्रोवाइडर - 88

एमएसएमई इंडस्ट्री बनेगी शहर की रीढ़

-आगरा में छह हजार से अधिक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग संचालित हैं। इनमें सालाना 50 हजार करोड़ से अधिक का कारोबार हो रहा है। इस क्षेत्र में दो लाख से अधिक लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हैं। रोजगार देने में इस सेक्टर का सबसे बड़ा योगदान है। आने वाले दिनों में इसके विस्तार से शहर में रोजगार से नए साधन पैदा होंगे।

शू इंडस्ट्री में रहेगी बादशाहत

शू इंडस्ट्री 25 हजार करोड़ के आसपास कारोबार है। फिलहाल टीटीजेड में इसके विस्तारीकरण पर रोक है। रोक हटने पर यह इंडस्ट्री भी रफ्तार पकड़ेगी।

पर्यटन व्यवसाय भी पीछे नहीं

-प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से पर्यटन व्यवसाय का सालाना दस हजार करोड़ रुपए से अधिक का कारोबार है। लाखों की संख्या में विदेशी पर्यटक ताजनगरी आते हैं। नाइट टूरिज्म और एयरपोर्ट शुरू होने से इसमें दोगुना तक की संभावना बनी हुई है।

आइटी सिटी भरेगी उड़ान

फिलहाल आइटी सिटी की रफ्तार धीमी है, लेकिन आइटी सिटी बनने पर इसमें तेजी आ सकती है। आगरा में आइटी इंडस्ट्री के लिए प्लान दो बार तैयार हो चुका है। टीटीजेड में उद्योगों से रोक हटने से लाखों बेरोजगारों को रोजगार मिलने की संभावना है। 

इन देशों के आते हैं पर्यटक

अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, जापान, चीन, कनाडा, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, साउथ कोरिया, हांगकांग, तुर्की, पुर्तगाल आदि देशों से पर्यटक ताजमहल का दीदार करने आते हैं।

मेडिकल टूरिज्म का होगा करोड़ों का टर्नओवर

ताजमहल का दीदार करने के लिए दुनिया भर के साथ देश के सभी हिस्से से पर्यटक आते हैं। आगरा में इलाज सस्ता है, आने वाले समय में सुपर स्पेशलिटी में इनफर्टिलिटी, इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आइवीएफ), गेस्ट्रो एंट्रोलॉजी, कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी के बड़े सेंटर आगरा में खुलेंगे। इससे यहां घूमने के साथ इलाज कराने के लिए पर्यटक आएंगे। मेडिकल टूरिज्म का करोड़ों का टर्नओवर होगा।

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