Agra Weather Forecast: आगरा में तीन दिन बाद बदलेगा मौसम, हो सकती है बारिश
Agra Weather आगरा में बुधवार सुबह पिछले दिनों की अपेक्षाकृत रही ठंडी। दोपहर में धूप तेज होने की वजह से बढ़ी है उमस। मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि 17 अक्टूबर से आगरा में बूंदाबांदी या तेज बारिश हो सकती है।
आगरा, जागरण संवाददाता। मौसम में फिर बदलाव आ रहा है। बीते सप्ताह ठंडक का अहसास होने के बाद इस सप्ताह सोमवार से गर्माहट बढ़ रही है। मंगलवार को भी धूप में सुबह से तेजी है, पांच मिनट खड़े नहीं हो सकते। इसके चलते उमस का स्तर भी बढ़ा है और न्यूनतम व अधिकतम तापमान दोनों में ही वृद्धि दर्ज हुई है। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी 17 अक्टूबर से बदलाव देखने को मिलेगा। बादल छाने के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।
बुधवार को सुबह का तापमान आगरा में सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। हालांकि ये मंगलवार के मुकाबले कम ही था, इससे सुबह मार्निंग वॉक को निकले लोगों को सुबह सर्दी का अहसास हुआ। सुबह हवा में ठंडक रही, आठ बजे के बाद धूप तेज होने लगी है। 10 बजे के बाद धूप में खड़ा होना मुश्किल हो गया। सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक 21.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मंगलवार को 23.9 डिग्री था। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि दोपहर में तेज धूप निकलेगी, इससे तापमान बढ़ जाएगा। मगर, रात में तापमान में गिरावट आएगी।
मच्छरजनित बीमारियां होने लगीं
आगरा में मौसम लगातार बदल रहा है। इस बदलते मौसम में ब्लड प्रेशर के मरीजों को परेशानी हो रही है। यही नहीं, इस समय मच्छरजनित बीमारियां भी फैल रही हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले दिनों में तापमान और बढेगा, धूप निकलेगी। इससे उमस बढ़ेगी। मौसम में हो रहा परिवर्तन सेहत को बीमार करने लगा है। ओपीडी और इमरजेंसी में एक जैसी बीमारियों के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। अगस्त के तीन सप्ताह लगभग सूखे ही बीत गए। उसके बाद बारिश शुरू हुई। सितंबर के महीने में यहां ठीक ठाक बरसात हुई है। इसके बाद मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। साथ ही बीच-बीच में उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करने लगी है। मौसम का यह बिगड़ा मिजाज सेहत के लिए काफी नुकसानदेह साबित हो रहा है। जिला अस्पताल की ओपीडी में सबसे ज्यादा मरीज बुखार, पेट दर्द, डायरिया और ब्लड प्रेशर से संबंधित पहुंच रहे हैं। यही स्थिति एसएन मेडिकल कालेज की ओपीडी का भी है। अगस्त और सितंबर में सबसे ज्यादा मच्छरजनित बीमारियों और बुखार का खतरा रहता है।
इन बातों का रखें ख्याल
- रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें।
- धूप या उमस में निकलने से बचें।
- ज्यादा से ज्यादा पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें।
- बाजार की खाद्य सामग्री से परहेज रखें।
- घर के आसपास गंदगी और पानी जमा न होने दें।