अब प्रदेश छोड़कर नहीं जाएंगे खिलाड़ी: चेतन चौहान
आगरा: खेल मंत्री चेतन चौहान ने कहा है कि आर्थिक परेशानी के चलते अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को अब प्रदेश छोडने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
आगरा: खेल मंत्री चेतन चौहान ने कहा है कि आर्थिक परेशानी के चलते अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को अब प्रदेश छोड़कर नहीं जाना पड़ेगा। उनके लिए प्रदेश सरकार ने 12 विभागों में नौकरी के रास्ते खोल दिए हैं। अंतरराष्ट्रीय पदक लाने वाले खिलाड़ियों को सीधे क्लास टू स्तर की नौकरी दी जाएगी। जो खिलाड़ी स्नातक नहीं हैं, उन्हें पढ़ाई पूरी करने के लिए चार वर्ष का समय दिया जाएगा। जो खिलाड़ी प्रदेश छोड़कर गए हैं, उन्हें भी वापस बुलाया जाएगा।
शनिवार को एकलव्य स्टेडियम में फाइव ए साइड हॉकी एस्ट्रोटर्फ के उद्घाटन समारोह में पहुंचे खेल मंत्री चेतन चौहान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि खुद खिलाड़ी रहा हूं इसलिए उनकी समस्याओं को अच्छी तरह जानता हूं। उन्होंने कहा कि इस बार एशियन गेम्स में प्रदेश से 44 खिलाड़ी शामिल हुए थे। इनमें आठ खिलाड़ी पदक लाने में सफल रहे। एशियन गेम्स में प्रतिभाग करने वाले सभी खिलाड़ियों को पांच-पांच लाख, स्वर्ण पदक विजेताओं को 50 लाख, रजत पदक प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को 30 लाख और कांस्य पदक लाने वाले खिलाड़ियों को 20 लाख रुपये दिए जा रहे हैं। वहीं प्रदेश सरकार अब ओलंपिक में स्वर्ण जीतने वाले खिलाड़ियों को छह करोड़, रजत पदक के लिए चार और कांस्य पदक लाने वाले खिलाड़ी को दो करोड़ रुपये देगी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को ओलंपिक खेलों के लिए तैयार करने के लिए प्रदेश में शुरुआती चरण में पांच एक्सीलेंसी स्पोर्ट्स सेंटर खोले जाएंगे। बुढ़ापे का भी ध्यान रखेगी सरकार
खेल मंत्री ने बताया राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सेवानिवृत्ति पर 20 हजार रुपये प्रति माह तक की पेंशन दी जाएगी। सुधा सिंह को भी लाया जाएगा वापस
जकार्ता में आयोजित 2018 एशियन गेम्स में रजत पदक जीतने वाली एथलीट सुधा सिंह इन दिनों मुंबई में नौकरी कर रही हैं। प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें जल्द नौकरी दी जाएगी।