परिवारों को सुधारने से ही सुधरेगा समाज, महिलाओं का किया सम्मान

आगरा साहित्य उत्सव मेंराज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने कहा कि बेटियों व बहुओं में न करें भेद

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Oct 2019 07:00 AM (IST) Updated:Tue, 22 Oct 2019 06:17 AM (IST)
परिवारों को सुधारने से ही सुधरेगा समाज, महिलाओं का किया सम्मान
परिवारों को सुधारने से ही सुधरेगा समाज, महिलाओं का किया सम्मान

आगरा, जागरण संवाददाता। अच्छे परिवार का निर्माण तब तक नहीं हो सकता, जब तक घर की नारी सुरक्षित, सम्मानित और सुशोभित नहीं होगी। उसके कई रूप हैं। हमें किसी को नहीं बदलना, हमें स्वयं को बदलना है। मेरा समाज मेरा घर है की सोच पैदा करनी होगी। परिवारों को सुधारने से ही समाज सुधरेगा।

आगरा कॉलेज मैदान में आगरा साहित्य उत्सव और राष्ट्रीय सम्मेलन में रविवार को ये बात राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुषमा सिंह ने कही। साहित्य उत्सव में रविवार को हुए महिला शक्ति सम्मान कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि समाज को सुरक्षित करके ही हम देश का निर्माण कर सकेंगे। अपनी बेटियों और बहुओं में भेद न करें। किसी भी बड़े काम में सबसे पहले परिवार का योगदान होता है। राज्य महिला आयोग की सदस्य निर्मला दीक्षित ने कहा कि बेटियों को संस्कार देना आवश्यक है। डीएम एनजी रवि कुमार की पत्नी डॉ. हेमलता ने कहा कि आने वाले समय में सबसे बड़ी समस्या डिप्रेशन होगा, जिससे किताबें ही हमें निजात दिला सकती हैं। पं. बंगाल की साहित्यकार सुमिता ठाकुर ने बांग्ला गीत प्रस्तुत किए। संचालन शीतल अग्रवाल ने और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. नीतू चौधरी ने किया। साधना भार्गव, डॉ. रंजना बंसल मौजूद रहीं। तीन पीढि़यों का हुआ सम्मान

साहित्य उत्सव में महिला शक्ति को नमन करते हुए रविवार को उनका सम्मान किया गया। इनमें विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहीं प्रतिभाशाली छह वर्ष की बालिका से लेकर 70 वर्ष तक की महिलाओं को सम्मानित किया गया। इनमें स्पाइसी शुगर की संस्थापक पूनम सचदेवा, चोखो जीमण शुरू करने वालीं स्नेहलता जैन, डॉ. सुनीता मल्होत्रा, न्यूट्रिशियन पायल सेठ, शिखा जैन, पिंक बेल्ट मिशन की अर्पणा राजावत, टीयर्स मंदबुद्धि संस्थान की निदेशक रीता अग्रवाल, अंजू दियालानी, मनिंदर, डॉ. शैली, कोमिला जुनेजा, आयुषी अग्रवाल, रेखा, स्मृति चाहर, डॉ. रेखा कक्कड़, कुली मुद्रा, गायत्री शर्मा और शीतल अग्रवाल शामिल थीं। नुक्कड़ व मोहल्ला बुक क्लब बनें

साहित्य उत्सव में रविवार को आगरा बुक क्लब द्वारा पुस्तकों के प्रति घटते रुझान पर परिचर्चा की गई। क्लब की संयोजक शिवानी चतुर्वेदी ने कहा कि वर्तमान में हमें गली बुक क्लब, नुक्कड़ बुक क्लब, मोहल्ला बुक क्लब जैसे प्लेटफार्म की आवश्यकता है। इससे हम युवाओं की पुस्तकों के प्रति घट रही रुचि को बढ़ा सकेंगे। प्रो. वशनी शर्मा, कैप्टन रेखा कपूर, प्राची, स्वप्ना गुप्ता, मोनिका सिंह मौजूद रहे।

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