Smart City Ranking: जरूरत है सुधार की, लिस्ट में लुढ़कता जा रहा आगरा
आगरा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत की जाने वाली रैंकिंग में देश में चौथे नंबर पर पहुंचा आगरा। इस साल की शुरुआत में पहले नंबर पर था काबिज फिर दूसरे नंबर पर रहा। ताजा स्थिति पर अधिकारियों ने किया मंथन।
आगरा, जागरण संवाददाता। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत आगरा में बातें बड़ी-बड़ी हो रही हैं। हकीकत के धरातल पर कुछ काम भी हुए हैं। इन कामों की सच्चाई सर्वे रिपोर्ट खोलती नजर आ रही है। सर्वे रिपोर्ट की रैंकिंग में आगरा तेजी से नीचे आ रहा है। पहले पायदान से दूसरे पर पहुंचा और अब शुक्रवार को घोषित नई रैंकिंग में आगरा देश में चौथे नंबर पर पहुंच गया। जरूरत है सुधार की। बातें कम, काम ज्यादा करने की। वह भी ईमानदारी से।
वर्ष 2017 में आगरा का स्मार्ट सिटी योजना में चयन हुआ था। दो साल पूर्व देश में आगरा की रैंकिंग 13 से 15 वें नंबर पर रही। सितंबर 2019 में आगरा ने लंबी छलांग लगाई और देश में पहले नंबर पर पहुंच गया। इस साल की शुरुआत में भी पहले नंबर पर था, लेकिन अप्रैल में दूसरे नंबर पर पहुंच गया। आगरा स्मार्ट सिटी लि. के सीईओ निखिल टीकाराम ने बताया कि 80 करोड़ रुपये का फंड राज्य सरकार से नहीं मिला है। इसका असर रैंकिंग पर पड़ रहा है। 19 प्रोजेक्ट पर तेजी से काम चल रहा है।
टॉप फाइव शहरों की ये है रैंकिंग
शहर का नाम, अंक
वाराणसी, 83.89
अहमदाबाद, 83.17
सूरत, 80.52
आगरा, 79.25
इंदौर, 76.33
गुणवत्ता का रखें ध्यान, तेजी से पूरा करें काम
आगरा स्मार्ट सिटी लि. की बोर्ड की बैठक शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग से हुई। चेयरमैन अनिल कुमार ने 19 प्रोजेक्ट के कार्य को तेजी से पूरा करने के आदेश दिए। 105 करोड़ रुपये से फतेहाबाद रोड का सुंदरीकरण किया जा रहा है। यह कार्य मार्च 2021 में पूरा होगा। इसी तरह से 23 करोड़ रुपये से ताज पूर्वी गेट नाला बन रहा है। नाला निर्माण से शमसाबाद रोड पर जलभराव की समस्या खत्म हो जाएगी। चेयरमैन ने सभी कार्यों में गुणवत्ता का ध्यान रखने और नियमित अंतराल में निरीक्षण के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट सिटी में 19 कार्य चल रहे हैं। हर कार्य की समय सीमा तय है। निर्धारित अवधि के भीतर कार्यों को पूरा कराया जाए। डीएम प्रभु एन सिंह, सीईओ निखिल टीकाराम सहित अन्य ने भाग लिया।
स्ट्रीट वेंडिंग जोन की बाधा दूर
फतेहाबाद रोड पर तीन करोड़ रुपये से तीन स्ट्रीट वेंडिंग जोन बन रहे हैं। वन विभाग, छावनी परिषद और एडीआरडीई की आपत्ति के बाद काम रुक गया था। स्मार्ट सिटी प्रशासन ने एनओसी मिलने के बाद बसई पुलिस चौकी और विशाल मेगामार्ट के समीप वेंडिंग जोन का निर्माण शुरू करा दिया है, जबकि होटल अमर के सामने फिलहाल काम शुरू नहीं होगा।