आगरा पुलिस ने खीर-पूड़ी खिलाकर लूटने वाले गिरोह को पकड़ने के लिए सात जिलों में बिछाया जाल

दो जून को सदर इलाके में महिलाओं और बच्चों समेत 26 लोगों को बेहोश करके था लूटा। आगरा के अलावा हरियाणा राजस्थान और दिल्ली में भी कर चुके हैं वारदात। हरियाणा के नूंह में गैग के शिकार हुए मंदिर के एक पुजारी की हो चुकी है मौत।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 09:40 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 09:40 AM (IST)
आगरा पुलिस ने खीर-पूड़ी खिलाकर लूटने वाले गिरोह को पकड़ने के लिए सात जिलों में बिछाया जाल
आगरा में गैंग ने जहरीली पूड़ी और खीर खिलाकर कई लोगों को लूटा था।

आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा पुलिस ने खीर-पूड़ी गैंग को पकड़ने के लिए सात जिलों में अपना जाल बिछाया है। गिरोह के दो बदमाशों ने सदर के ईदगाह कटघर में 26 लोगों को अपना निशाना बना लिया था। सड़क किनारे झुग्गी-झाेपड़ी में रहने वाले महिलाओं और बच्चों को भंडारे के नाम पर नशा मिली खीर और पूडी खिलाकर बेहोश कर दिया था। उनके जेवरात और रुपये लेकर भाग गए थे। पुलिस के छानबीन करने पर पता चला कि गिरोह ने आगरा के अलावा फरीदाबाद, नूंह, मेवात, बुलंदशहर, दिल्ली व राजस्थान में भी इसी तरह की घटनाओं को अंजाम दिया है। गिरोह सड़क किनारे झुग्गी में रहने वाले परिवारों और मंदिर के पुजारियों को अपना निशाना बनाता है। नूंह में एक पुजारी के नशा मिली खीर और पूड़ी खाने से मौत हो गई थी। पुलिस का मानना है कि गिरोह इस तरह की घटना को किसी दूसरे जिले में अंजाम देगा।इसके लिए उसने आसपास के सभी जिलों की पुलिस से संपर्क करके उन्हें सतर्क कर दिया है। इसके साथ ही लौहपीटा परिवारों ने भी पंचायत करके दूसरे जिलों में रहने वाले अपने समुदाय के लोगो को आगाह कर दिया है। इससे कि गिरोह के लोग यदि वहां पहुंचे ताे उन्हें दबोचा जा सके।

ये था मामला

ईदगाह कटघर के पास सड़क किनारे लाैहपीटा समाज के शेखर, राजेश, गटुआ और विक्की की झोपड़ी हैं। चारों परिवारों में महिलाओं और बच्चों समेत तीन दर्जन लोग हैं। यह परिवार लोहे के सामान जैसे तसला, फावड़ा सब्बल, कुदाल अादि बनाकर बेचते हैं। पूजा पत्नी गटुआ ने बताया कि मंगलवार की सुबह बाइक सवार दो युवक डेरे पर पहुंचे। युवकों ने बताया कि वह नई दुकान खोल रहे हैं। इसके लिए उन्हें तसले, फावड़े और सब्बल बनवाने हैं। उनसे इन चीजों को बनवाने की कीमत पूछने के बाद कुछ देर में लौटने की कहकर चले गए। मंगलवार की शाम को करीब पांच बजे बाइक सवार दोनों युवक दोबारा आए। उन्होंने बताया कि वह दुकान खोलने की खुशी में उन लोगों के लिए भंडारा करना चाहते हैं।डेरे की महिलाओं ने युवकों को पास में रहने वाले हलवाई नानकचंद के यहां के भेज दिया। हलवाई से खीर-पूड़ी बनवाने के बाद रात करीब आठ बजे दोनों उसे लेकर डेरे पर पहुंचे। चारों झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले परिवारों के 26 से ज्यादा लोगों को युवकों ने खीर और पूड़ी खिलाई।

जेवरात और ताबीज ले गए थे बदमाश

खीर और पूड़ी खाने के बाद पूजा पत्नी गटुआ और सुनीता पत्नी शेखर, मंजू पत्नी रमेश आदि को होश नहीं रहा था। बेहोशी की हालत में युवकों ने उनके जेवरात उतार लिए।अगले दिन चारों झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले बच्चों, पुरुषों और महिलाओं को बेहोश मिली थीं।इनमें विक्की, संदीप, सपना, रमेश, अर्जुन, करीना, मंजू, पाला, रमेश, नानकचंद समेत करीब एक दर्जन लोगों को जिला अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था।जबकि अधिकांश को झुग्गी-झोपड़ी में ही बुधवार दोपहर तक होश आ गया।

ये हुए थे जहरखुरानी का शिकार

रमेश, रंजीत, विक्की, गटुआ, मंजू, संदीप, अर्जुन, नानकचंद, खुशी, सुनीता, विमला, बिट़्टू, रज्जो, शेर सिंह, संजू, कंचन, पायल, शेखर, कंचन, दीप्ति, कमला, सितारा, काजल, करीना, सपना, करन आदि।

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