Agra Fort: आगरा किला की खाई की दीवार का होगा संरक्षण, जानिए कब हुआ था निर्माण
Agra Fort मुसम्मन बुर्ज से लेकर बिजलीघर की तरफ कुएं तक हाेगा काम। एएसआइ ने जारी किया टेंडर करीब 23 लाख रुपये होंगे व्यय। आगरा किला का निर्माण मुगल शहंशाह अकबर ने वर्ष 1565-1573 के दौरान कराया था।
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा किला को अभेद बनाने वाली खाई की दीवार का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) द्वारा संरक्षण किया जाएगा। दीवार के खराब पत्थरों को बदलने के साथ सफाई की जाएगी। इस कार्य पर करीब 23 लाख रुपये व्यय होंगे। एएसआइ ने इसके लिए टेंडर जारी कर निविदा आमंत्रित की हैं।
आगरा किला का निर्माण मुगल शहंशाह अकबर ने वर्ष 1565-1573 के दौरान कराया था। इस किले में बाद में अन्य मुगल शहंशाहों के समय में और ब्रिटिश काल में काफी काम हुआ। आगरा किले के बाहर सुरक्षा की दृष्टि से पानी की खाई (वाटर मोट) का निर्माण औरंगजेब के समय कराया गया था। खाई की बाहरी दीवार पर ब्रिटिश काल में भी काम हुआ। लंबा समय बीतने और लौनी लगने से खाई की दीवार के कई पत्थर खराब हो गए हैं, जिसके चलते उसका संरक्षण एएसआइ द्वारा किया जाना है। दीवार के खराब पत्थरों को बदलने के साथ ही उस पर उगी झाड़ियों की सफाई की जाएगी। दीवार के खराब हुए चूने के प्लास्टर की जगह नया प्लास्टर किया जाएगा। इसके लिए एएसआइ ने टेंडर कर 28 जनवरी तक निविदा मांगी हैं। अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार ने बताया कि किले की खाई की दीवार पर बाहर की तरफ संरक्षण कार्य किया जाएगा।
महमूद गजनवी के समय मिलता है किले का उल्लेख
आगरा किला का सबसे पहले उल्लेख महमूद गजनवी के आक्रमण के समय वर्ष 1080 में मिलता है। मूलत: ईंटों से बना आगरा किला 1475 ईस्वी में बादल सिंह द्वारा बनवाया गया बादलगढ़ का किला था। इसे चौहान राजाओं द्वारा बनवाया गया किला भी कहते हैं। इसी के अवशेषों पर सिकंदर लोदी (1489-1517) ने पठानों का किला बनवाया था। इसके बाद यह इब्राहिम लोदी के अधिकार में रहा। वर्ष 1526 में पानीपत के युद्ध में विजय के बाद यह मुगलों के अधिकार में आ गया। जाटों और मराठों के आधिपत्य के बाद वर्ष 1803 में यह किला अंग्रेजों के अधिकार में आ गया।