डॉक्टरों को सौंपी गई जूनियर डॉक्टरों की जिम्मेदारी

आगरा: होटल में तोड़फोड़ और फिर एनएन में हड़ताल के बाद जूनियर डॉक्टरों पर नजर रखी जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 08:00 AM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 08:00 AM (IST)
डॉक्टरों को सौंपी गई जूनियर डॉक्टरों की जिम्मेदारी
डॉक्टरों को सौंपी गई जूनियर डॉक्टरों की जिम्मेदारी

आगरा: होटल में तोड़फोड़ और फिर एनएन में हड़ताल के बाद जूनियर डॉक्टरों पर नजर रखी जा रही है। बुधवार को ओपीडी के समय जूनियर डॉक्टरों के साथ विभागाध्यक्ष भी मौजूद रहे।

शनिवार रात से लेकर रविवार तक चले बवाल के बाद अब एसएन प्रशासन सख्त हो गया है। इस तरह का घटनाक्रम दोबारा न हो इस पर नजर रखी जा रही है। विभागाध्यक्षों की निगरानी में जूनियर डॉक्टर काम कर रहे हैं। कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. पीके माहेश्वरी ने बताया कि ओपीडी, वार्ड और इमरजेंसी में डॉक्टरों की देखरेख में जूनियर डॉक्टर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। मरीजों की संख्या भी ज्यादा है, ऐसे में जूनियर डॉक्टरों को मरीज और तीमारदारों से अच्छा व्यवहार करने के लिए कहा गया है।

एसएसपी कार्यालय से लौट आए मेडिकल छात्र

मेडिकल छात्रों ने पुलिस पर अपराधियों की तरह से बर्ताव करते हुए पिटाई के आरोप लगाए हैं। इस मामले में बुधवार सुबह मेडिकल छात्र-छात्राएं एसएसपी कार्यालय पहुंचे। मगर, उनसे मुलाकात नहीं हो सकी। इस दौरान जेल से मेडिकल छात्रों को रिहा कराने के लिए कागजी खानापूर्ति करने के लिए मेडिकल छात्रों को दीवानी बुला लिया गया। इस मामले में मेडिकल छात्र पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलेंगे। मेडिकल छात्रों को घर ले जा रहे परिजन

शनिवार को बवाल के बाद पुलिस ने 25 जूनियर डॉक्टरों को गिरफ्तार किया था। इसमें से 10 जूनियर डॉक्टर शांति भंग में पाबंद किए गए थे और मुचलके पर छोड़ दिए थे। इन्हें परिजन अपने साथ ले गए। वहीं, बवाल के बाद तमाम मेडिकल छात्र घर चले गए हैं।

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