ताजनगरी के दामन पर गंदगी के दाग

ठीक से नहीं उठ रहा है कूड़ा न लग रही है झाड़ू हर दिन पहुंचती हैं 150 से अधिक शिकायतें सैनिटाइजेशन और फागिग पर भी नहीं दिया जा रहा ध्यान डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन भी पटरी से उतरा

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 08:39 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 08:39 PM (IST)
ताजनगरी के दामन पर गंदगी के दाग
ताजनगरी के दामन पर गंदगी के दाग

आगरा, जागरण संवाददाता। कोविड संक्रमण की रफ्तार को कम करने के लिए प्रदेश सरकार ने दो दिनों की साप्ताहिक बंदी लागू की है। मंशा है कि नगर निगम प्रशासन शनिवार और रविवार को विशेष सफाई, सैनिटाइजेशन और फागिग अभियान चलाएगा लेकिन, अफसरों की लचर कार्यशैली के चलते ताजनगरी के दामन पर गंदगी के दाग हैं। निगम प्रशासन ठीक से न तो कूड़ा उठा रहा है और न ही झाड़ू लग रही है। यहां तक डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन अभियान भी पटरी से उतर गया है। हर दिन 150 शिकायतें पहुंचती हैं।

बीमारियों के फैलने से नहीं इन्कार : बारिश के चलते जगह-जगह पानी भर गया है। फागिग न होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाएगा। ऐसे में मच्छर और जल जनित बीमारियां बढ़ने से इन्कार नहीं किया जा सकता है। कहीं धंसी तो कहीं उखड़ गई सड़कें : आवास विकास कालोनी सेक्टर एक, तीन और 15, शाहगंज, केदारनगर, आजमपाड़ा, घटिया आजमखां, किशोरपुरा, जगदीशपुरा, गढ़ी भदौरिया, ताजगंज क्षेत्र ऐसे हैं, जहां कहीं पर सड़क धंस गई है तो कहीं बारिश के चलते जर्जर हो गई है। गड्ढे होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

ठीक से नहीं हो रही रात्रिकालीन सफाई : नगर निगम के अफसरों की लापरवाही के चलते बाजारों में ठीक से रात्रिकालीन सफाई नहीं हो रही है। इससे गंदगी फैली रहती है। प्लाटों और नालों को बनाया डलावघर : सफाई कर्मचारी हर दिन कई टन कूड़ा खाली प्लाटों और नालों में फेंकते हैं। यहां तक कूड़े में आग भी लगा देते हैं। नालों में कूड़ा फेंकने से यह जल्द चोक हो जाते हैं। - सफाई व्यवस्था के नाम पर रस्म अदायगी की जा रही है। सप्ताह भर से कूड़ा लेने के लिए कोई नहीं आया है। रामवीर सिंह, नगला रामबल - क्षेत्र में हर दिन झाड़ू नहीं लगती है और न ही कूड़े के उठान के लिए कोई आता है। हाल यह है कि लोगों ने जगह-जगह कूड़े के ढेर लगा दिए हैं।

सुबोध कांत, कालिदी विहार - क्षेत्र में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन ठीक से नहीं हो रहा है। दो से तीन दिन ही कर्मचारी कूड़ा लेने के लिए आते हैं।

विश्वास सिंह, शास्त्रीपुरम ए ब्लाक - नगर निगम के कर्मचारी हर दिन कूड़ा लेने नहीं आते हैं। खुद ही कूड़ा फेंकने के लिए जाना पड़ता है।

पिकी गुप्ता, केके नगर - कूड़ा उठान हो या फिर झाड़ू लगाने की व्यवस्था। यह ठीक तरीके से होनी चाहिए। इससे लोगों को होने वाली परेशानी से बचाया जा सकेगा।

धर्मवीर सिंह, पार्षद- - नगर निगम में सौ वार्डों में पांच हजार मोहल्ले हैं।

- हर दिन 750 टन कूड़ा निकलता है। इसमें 400 टन सूखा, 350 टन गीला और 50 टन सिल्ट शामिल है।

- सूखा कूड़ा को प्रासेस किया जाता है जबकि गीले कूड़े से खाद तैयार होती है।

- नगर निगम में 3200 स्थायी और 2800 संविदा और आउटसोर्सिंग कर्मचारी हैं।

- निगम को बेहतर तरीके से कार्य करने के लिए चार जोन में बांट रखा है। यह ताजगंज, लोहामंडी, हरीपर्वत और छत्ता जोन हैं।

- कुल 3.20 लाख भवन स्वामी हैं। - सफाई व्यवस्था में सुधार के लिए कहा गया है। जल्द ही इसकी समीक्षा की जाएगी।

नवीन जैन, मेयर

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