Criminal Monk: जवानी में आगरा का अपराधी, दिल्ली में बन गया साधु, पुलिस ने किया बुढ़ापे में गिरफ्तार
पिनाहट के गांव अमर सिंह का पुरा का मामला कोर्ट से सजा होने के बाद हुआ था फरार। दिल्ली में मकान बनाकर रह रहा था दो विधवाओं के साथ। 20 वर्ष बाद किसी काम से पहुंचा अपने गांव। पुलिस की लग गई भनक। गिरफ्तार कर कोर्ट में किया पेश।
आगरा, जागरण संवाददाता। जानलेवा हमले के मामले में सजा होने के बाद आरोपित साधू के वेश में बीस वर्ष से दिल्ली में छिपा था। वहां उसने अपना मकान भी खरीद लिया था। बुधवार को वह किसी काम से गांव पहुंचा तो पुलिस को भनक लग गई। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया। कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेजा गया है।
पिनाहट के गांव अमर सिंह का पुरा में वर्ष 1978 में रामलखन ने गांव के ही एक सजातीय युवक पर चाकू से हमला बोला था। उसके शरीर पर चाकू से 12 घाव किए थे। पुलिस ने रामलखन को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया। तब उसकी उम्र 22 वर्ष थी। मामले के विचारण के बाद कोर्ट ने उसको दस वर्ष तक जेल में रहने की सजा सुना दी। आरोपित बाद में जमानत पर जेल से छूटा और उसने हाईकोर्ट में अपील की। हाईकोर्ट ने वर्ष 1989 में उसकी सजा कम करके चार वर्ष छह माह करने के आदेश दिए। इसके बाद से आरोपित फरार चल रहा था। कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किए। पुलिस ने गिरफ्तारी के प्रयास किए, लेकिन वह हाथ नहीं आया। रामलखन गांव से अपना मकान बेचकर चला गया था। कोर्ट ने कुर्की के आदेश दिए, लेकिन उसका ठिकाना पुलिस को नहीं मिल रहा था। बुधवार को वह गांव में किसी काम से आया था। पुलिस को इसकी भनक लग गई। इसके बाद उसे दबोच लिया गया। पूछताछ में पता चला कि वह सजा होने के बाद अपना मकान बेचकर दिल्ली में चला गया था।दिल्ली के प्रहलाद पुर में उसने तीस गज का मकान खरीद लिया। वहां दो विधवा महिलाओं के साथ रहता था। पुलिस और लोगों की नजर से बचने को उसने दाढ़ी बढ़ा ली और साधु का वेश बना लिया। अब उसकी उम्र करीब 65 वर्ष है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर एडीजी पंचम की कोर्ट में पेश किया। कोर्ट के आदेश पर उसे जेल भेज दिया गया है।