Gandhi Ashram: समिति के विवाद में लटका गांधी आश्रम के कर्मचारियों का वेतन
गांधी आश्रम समिति के मंत्री पद को लेकर शंभूनाथ चौबे और सुरेंद्र गुप्ता के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। इसके चलते बीते 25 नवंबर से संजय प्लेस स्थित गांधी आश्रम का स्टोर बंद है। यहां लगभग आठ कर्मचारी कार्य करते हैं।
आगरा, जागरण संवाददाता। गांधी आश्रम की समिति को लेकर चल रहे विवाद में आश्रम के कई कर्मचारियों का वेतन लटक गया है। किसी को दो तो किसी को चार महीने से वेतन नहीं मिला है। जैसे-तैसे गुजर बसर रहे हैं। विवाद की वजह से गांधी आश्रम का संजय प्लेस स्थित स्टोर भी नहीं खुल पा रहा।
समिति के मंत्री पद को लेकर शंभूनाथ चौबे और सुरेंद्र गुप्ता के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा है। इसके चलते बीते 25 नवंबर से संजय प्लेस स्थित गांधी आश्रम का स्टोर बंद है। यहां लगभग आठ कर्मचारी कार्य करते हैं। तब से तो यहां के सभी कर्मचारियों को वेतन मिला ही नहीं है। इससे पहले से भी कई कर्मचारियों का वेतन फंसा हुआ है। कर्मचारी दशरथ यादव का कहना है कि उसको चार महीने से वेतन नहीं मिला। जैसे-तैसे परिवार का खर्च उठा रहा है। उसका कहना है कि समिति के विवाद ने उसकी मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। राममधुर सिंह का कहना है कि उसे भी दो महीने से वेतन नहीं मिला। इधर-उधर से उधार लेकर काम चला रहा है। शिववचन, बृजेश कुमार की हालत भी ऐसी है। कहते हैं यदि जल्द उनका वेतन नहीं मिला तो वह गांधीवादी तरीके से आंदोलन को बाध्य होंगे।
ये है विवाद
शंभूनाथ चौबे और सुरेंद्र गुप्ता स्वयं को समिति का मंत्री बताते हैं। साथ ही एक-दूसरे पर फर्जी तरीके से इस पद पर काबिज होने का आरोप लगा रहे हैं। ये विवाद रजिस्ट्रार, चिटफंड में लंबित है। वहां से अब तक कोई फैसला नहीं आया।