दस साल से वर्चस्व की लड़ाई, अब खूनी रंजिश
आगरा: लॉयर्स कॉलोनी स्थित आइआइएमटी पैरा मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2007 में छात्रों ने उत्पीड़न की शिकायत की थी।
आगरा: लॉयर्स कॉलोनी स्थित आइआइएमटी पैरा मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2007 में छात्रों ने उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई थी। इसमें अधिवक्ता आशुतोष श्रोतिय, राजीव सिंह और कॉलोनी वालों ने छात्रों का साथ दिया। कॉलेज संचालक डॉ. एचएस बैरागी उनसे रंजिश मानता था। वर्चस्व को लेकर कई बार तकरार हुई, लेकिन मामला थाने तक नहीं पहुंचा था। एक साल पहले टकराव हुआ। बुधवार को अधिवक्ता के गोली लगने के बाद अब खूनी रंजिश हो गई है।
अधिवक्ता आशुतोष के साथी राजीव सिंह टाटा ने पार्षद का चुनाव लड़ा था। तभी राजीव ने डॉ. बैरागी पर जानलेवा हमले का मुकदमा लिखाया था। इसके बाद बैरागी ने उनके खिलाफ लूटपाट का मुकदमा लिखाया। पुलिस ने लूटपाट की धारा हटा दी। कुछ दिन बाद राजीव ने डॉ. बैरागी के कर्मचारी मोहन दीक्षित पर चौथ मांगने का मुकदमा लिखाया। 15 दिन पहले उसके खिलाफ एक और मुकदमा लिखाया, लेकिन उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई।
दीवानी में मारपीट, जाम और हंगामा
अधिवक्ताओं ने दीवानी में पहले मोहन दीक्षित को पुलिस अभिरक्षा में पीटा, फिर डॉ. एचएस बैरागी से मारपीट कर दी। थाने पर अधिवक्ता को गोली लगने पर वे आक्रोशित हो गए। इसके बाद उन्होंने दिल्ली गेट-मदिया कटरा रोड जाम कर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। अधिकारियों ने यहां से समझाकर जाम खुलवाया तो उन्होंने दीवानी चौराहे पर बैठकर एमजी रोड जाम कर दिया। एसपी सिटी प्रशांत वर्मा ने पहुंचकर आरोपितों की गिरफ्तारी की जानकारी दी, तब जाम खुला।
दो बार जेल जा चुका है बैरागी
- 4 मार्च 2013 को पुलिस ने डॉ एचएस बैरागी, उनके बेटे अभिप्राय और अनुराग को भी गिरफ्तार कर जेल भेजा।
- 16 जनवरी 2007 छात्रा द्वारा लिखाए गए मारपीट,गाली गलौज और चौथ वसूली के मुकदमे में डॉ एचएस बैरागी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा।