UP Panchayat Election 2021: पंचायत चुनाव के बाद आगरा में इस बार विजेताओं के लिए नहीं बजा बैंड

राज्य निर्वाचन आयोग ने जुलूस और जीत के जश्न पर पहले ही रोक लगा दी थी। इसका असर दिखा भी। मतगणना स्थल पर जमे समर्थकों को पुलिसकर्मियों ने पहले ही तितर बितर कर दिया। साथ ही विजेता प्रत्याशियों को भी पहले से ही सख्त हिदायत दे दी थी।

By Prateek GuptaEdited By: Publish:Tue, 04 May 2021 11:08 AM (IST) Updated:Tue, 04 May 2021 11:08 AM (IST)
UP Panchayat Election 2021: पंचायत चुनाव के बाद आगरा में इस बार विजेताओं के लिए नहीं बजा बैंड
बड़ी जीत दर्ज करने वालीं पूजा भदौरिया एवं भाजपा के पूर्व जिलाध्‍यक्ष श्‍याम भदौरिया बहुत साधारण अंदाज में रहे।

आगरा, जागरण संवाददाता। न बैंडबाजा और फूलमाला। जीत का प्रमाण पत्र लिया और सीधे घर। कोरोना काल में हुए इस चुनाव में विजेता अपनी जीत का जश्न भी नहीं मना सके। पुलिस-प्रशासन की सख्ती के चलते वह न तो जुलूस निकाल सके और न ही समर्थकों से मिल सके। विजेता अपने समर्थकों के बीच अपनी खुशी का इजहार भी नहीं कर सके।

जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और प्रधान पद के लिए चुनावी मैदान में उतरे प्रत्याशियों की किस्‍मत का पिटारा रविवार को खुल गया। कई मतगणना स्थलों पर देर रात तक मतों की गिनती होती रही। इसके चलते प्रमाण पत्र मिलने में भी देरी हुई। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए राज्य निर्वाचन आयोग ने जुलूस और जीत के जश्न पर पहले ही रोक लगा दी थी। इसका असर दिखा भी। मतगणना स्थल पर जमे समर्थकों को पुलिसकर्मियों ने पहले ही तितर बितर कर दिया। साथ ही विजेता प्रत्याशियों को भी पहले से ही सख्त हिदायत दे दी कि वह प्रमाण पत्र लेकर बिना किसी शोर-शराबे के सीधे अपने घर जाएंगे। समर्थकों की भीड़ जुटाने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी। इसको देखते हुए एक भी विजेता जुलूस नहीं निकाल सका। उनके चुनाव में जिन समर्थकों ने दिन-रात मेहनत की थी, उन्हें वह अपने हाथ से जीत का वह एक लड्डू तक नहीं खिला सके। यहां तक समर्थक भी अपने विजेता प्रत्याशी को फूलमाला तक नहीं पहना सके। हालांकि कुछ जगहों पर समर्थकों की भीड़ एकत्रित हो गई। कुछ गांवों में भी विजेताओं के यहां उल्लास का माहाैल बना लेकिन पूर्व की तरह से वह जश्न नहीं मना पाए।

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